- जीएलए के अल्यूमनस मथुरा जिले में हैं सब डिवीजनल ऑफिसर, बलदेव विद्युत उपकेन्द्र पर हैं तैनात
दैनिक उजाला, मथुरा : एक शिक्षण संस्थान का गौरव उसके अल्यूमिनाई होते हैं, लेकिन वहीं गौरव की बात और अधिक तब गौरवपूर्ण हो जाती है जब उसके अल्यूमिनाई ने विश्वविद्यालय के साथ-साथ अपने माता-पिता का नाम रोशन किया हो। ठीक उसी प्रकार जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के अल्यूमनस आज मथुरा जिले में दक्षिणांचल विद्युत विभाग में एक बडे़ पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा से इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल करने के बाद अल्यूमनस संजय कुमार सरकारी नौकरी की तैयारी में जुट गए। तैयारी के साथ-साथ पावर ग्रिड कारपोरेशन में भी अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद उनका चयन वर्ष 2017 में यूपीपीसीएल में हो गया। वर्तमान में वह बलदेव विद्युत उपकेन्द्र पर सब डिवीजनल ऑफिसर (एसडीओ) पद पर तैनात हैं।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 के बाद जीएलए विश्वविद्यालय ने आमूलचूल परिवर्तन किए हैं। अपने आपको तकनीकी शिक्षा के रूप में जिस प्रकार से पेश किया है वह होनहार विद्यार्थियों के भविश्य के लिए फायदेमंद है। डिजीटली रूप से केन्द्रीय पुस्तकालय ने भी अपने आपको किताबों की दुनियां में संजोया है। इसके साथ स्मार्ट लैब्स और क्लासेस भी पठ्न-पाठन हेतु विद्यार्थियों को आमंत्रित करती हैं। पूर्व से अब तक कंपनियों ने भी विश्वविद्यालय में अपने कदम जमाये हैं और अधिक से अधिक विद्यार्थियों के सपनों को संजोया है। संजय ने कहा कि वह भी अपने आप को सौभाग्यशाली से कम नहीं समझते, क्योंकि जहां से उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की आज वहीं वह एक बड़ी जिम्मेदारी के तौर पर ब्रजवासियों के लिए सेवाएं दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनका मकसद सिर्फ यही रहता है कि प्रदेष सरकार ने जो दायित्व सौंपा वह बखूभी तरीके से निभाया जाय। आरडीएसएस योजना के अन्तर्गत बलदेव क्षेत्र में चल रहे कार्यों को लेकर उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि 24 घंटे बिजली सुचारू रूप से देने पर दक्षिणांचल विद्युत विभाग काम कर रहा है। इसी के चलते समूचे क्षेत्र में ही नहीं पूरे प्रदेश में केबल कन्वर्जन का कार्य चल रहा है।
जीएल इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्राॅनिक्स इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार देवलिया ने कहा कि अल्यूमनस संजय कुमार नेे शिक्षा हासिल करने के दौरान भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और यूपीपीसीएल में सेवाएं देकर विश्वविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं।