लखनऊ : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले एक साल तक बड़े पैमाने पर प्रदेश में आरोग्य मेले आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग अगस्त 2024 से जुलाई 2025 तक प्रदेश के सभी 75 जिलों में एक लाख 76 हजार से अधिक आरोग्य मेला का आयोजन करेगा। ये मेले प्रदेश के तीन हजार से अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक रविवार को आयोजित किए जाएंगे। योगी के इस आरोग्य मेला मॉडल को केंद्र सरकार ने भी सराहा है। इसके बाद इसे देशभर में लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो उत्तर प्रदेश के 3,388 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक रविवार को सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक आरोग्य मेला लगाया जाएगा। इसके साथ ही यूपी में हर महीने 13 से 16 हजार आरोग्य मेले लगाए जाएंगे। इनमें विशेषज्ञ चिकित्सक ओपीडी के साथ टीबी, डेंगू, मलेरिया, दिमागी बुखार, कालाजार, फाइलेरिया और कुष्ठ जैसे रोगों का इलाज करेंगे और इनसे संबंधित स्वास्थ्य परामर्श भी देंगे।
वहीं इस दौरान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान की जानकारी तथा पात्र लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड भी वितरित किए जाएंगे। गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन परामर्श तथा सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसके साथ ही बच्चों में डायरिया एवं निमोनिया के रोकथाम, बचाव एवं उपचार की जानकारी और सुविधाएं दी जाएंगी। साथ ही कुपोषित बच्चों का चिह्नीकरण करते हुए उनके उपचार के लिए समुचित कार्रवाई की जाएगी।
किस माह में आयोजित होंगे कितने आरोग्य मेले?
अगस्त 2024 से जुलाई 25 तक प्रदेश के सभी 75 जिलों में 1,76,176 आरोग्य मेले लगाए जाएंगे। इनमें इस साल अगस्त में 13,552 मेले लगाए जाएंगे। जबकि सितंबर में 16,940, अक्टूबर में 13,552, नवंबर में 13,552 और दिसंबर में 16,940 आरोग्य मेले लगेंगे। इसके बाद साल 2025 की शुरुआत यानी जनवरी महीने में 13,552, फरवरी में 13,552, मार्च में 16,940, अप्रैल में 13,552, मई में 13,552, जून में 16,940 और जुलाई में 13,552 आरोग्य मेले पूरे प्रदेश में लगाए जाएंगे।