• बलदेव तीर्थ स्थल में RDSS योजना का हाल बेहाल, विद्युत खंबों पर झूल रहे जनता के करोड़ों रुपये
  • जिले के विद्युत अधिकारियों के पास योजना के कामों को परखने के लिए समय नहीं
  • विद्युत हालातों के बारे में पिछले तीन माह से अवगत करा रहे बलदेववासी

दैनिक उजाला, बलदेव : योगी जी! पिछले तीन माह से अधिक से बलदेव तीर्थस्थल के निवासी जिले स्तर पर बैठे विद्युत अधिकारियों से काफी परेशान हैं। कारण साफ है कि हर दिन फॉल्ट के नाम पर 8 से 10 घंटे की कटौती की जा रही है। इसके अलावा RDSS के करोड़ों रुपये खंबों पर झूलते हुए देखे जा सकते हैं। काफी शिकायत के बाद भी जिले स्तर पर बैठे विद्युत अधिकारियों ने निरीक्षण करने की सोची तक नहीं है।

पिछले तीन से अधिक माह से तीर्थस्थल बलदेव में RDSS योजना के अंतर्गत करोड़ों रुपये का केबल कन्वर्जन का कार्य चल रहा है। इस कार्य की शुरुआत से पूर्व में जिले के विद्युत अधिकारियों ने न तो कस्बा का कोई निरीक्षण कर प्लानिंग तैयार की और न ही नगर के किसी संभ्रांत व्यक्ति के साथ बैठक कर वार्तालाप की। यही कारण रहा है कि सीधे तौर पर ठेकेदार को काम करने के आदेश दे दिए गए। अब अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा खंबों पर करोड़ों रुपये की बर्बादी के नाम झूलता हुआ देखा जा सकता है। हर जगह नगर विद्युत तार झूल रहे हैं। नए विद्युत खंबे उसी दिन मनमाने तरीके से गाढ़े गए जिस दिन केबल कन्वर्जन होना था। अब भी काम कहीं-कहीं चल रहा है, जो कि सबूत के तौर पर देखा जा सकता है।

बेहाल तरीके से काम का नतीजा यह है कि हर दिन कहीं न कहीं फॉल्ट के नाम पर घंटों पावर कट किया जा रहा है। अधिकारियों से पूछने पर यही जवाब मिलता है कि फॉल्ट की वजह से सप्लाई में दिक्कत आ रही है। हर दिन रात्रि को घंटों और दिन में भी घंटों पावर कट देखने मिल रहा है। यानि 10 से 12 घंटे लगातार बिजली मिल जाये तो बहुत बड़ी बात है।

बलदेव निवासी करन प्रजापति कहते हैं कि जब रात्रि को नींद का समय होता है, तभी बिजली हर दिन चली जाती है। बिजलीघर अथवा विद्युत अधिकारियों से पूछने पर पता चलता है कि कहीं फॉल्ट हो गया है इसलिए सप्लाई बाधित है।

बलदेव विकास समिति के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र पांडेय कहते हैं कइयों बार कस्बा के विद्युत हालातों के बारे में एसडीओ, एक्शियन, एसई, चीफ इंजीनियर तक हालात बयां किये, लेकिन कोई अधिकारी देखने तक को तैयार नहीं है। यहीं नहीं एसडीओ तक बदल गए लेकिन हालात आज भी अधिकारियों की लापरवाही बयां कर रहे हैं। यही हालात रहे और किसी विद्युत अधिकारी ने कस्बा में हर दिन हो रहे फॉल्ट और RDSS के कामों की तरफ झांककर नहीं देखा तो कस्बा वासियों को बड़ी विद्युत समस्या झेलने के लिए तैयार रहना होगा, शायद यही अधिकारियों की चेतावनी है?

SDO भले ही बदल गए, लेकिन हालात जस की तस

बलदेव के वरिष्ठ पत्रकार राजेश पाठक कहते हैं कि तत्कालीन एसडीओ के जाने के बाद भी हालत वही हैं, जबकि ऐसा लगा था कि नए अधिकारी के आने से विद्युत व्यवस्था में सुधार देखने को मिलेगा। लेकिन ट्रिपिंग की समस्या में कोई सुधार नहीं और पावर कट अधिक हो गया है। कारण देखने वाला कोई जिले स्तर का अधिकारी नजर नहीं आता, तमाम शिकायतें अधिकारियों ने फूंक मारकर उड़ा दीं, यानि योगी सरकार के बेहतर शासन को आइना दिखाया जा रहा है।

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