बुलंदशहर : बुलंदशहर में जान बचाने के लिए अस्पताल से लाया गया ऑक्सीजन सिलेंडर ही परिवार के लिए काल बन गया। सोमवार रात 8 बजे ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया। धमाका इतना तेज था कि दो मंजिला मकान ध्वस्त हो गया। हादसे में पति-पत्नी समेत 7 लोगों की मौत हो गई। घटना के समय घर में 24 लोग मौजूद थे। पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया। दोपहर सभी शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
दरअसल गुलावठी रोड की आशापुरी कॉलोनी में निवासी राजुद्दीन की पत्नी रुखसाना की तबीयत खराब चल रही थी। वह एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थी। सोमवार शाम को उन्हें अस्पताल से घर में शिफ्ट किया गया। घर आने के बाद रुखसाना को सांस लेने में समस्या होने लगी। इस पर परिजन घर पर ही सिलेंडर से ऑक्सीजन लगाने लगे। सिलेंडर सेट नहीं हुआ और अचानक सिलेंडर में विस्फोट हो गया।
सुबह सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। शवों को देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। एक साथ 6 जनाजा उठा तो वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें छलक पड़ीं।
कब्रिस्तान में मिट्टी देने के लिए लगी भीड़
जनाजा ले जाने की तैयारी करते ग्रामीण
सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया
CM योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने घायलों के समुचित इलाज के लिए भी निर्देश दिए। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
इन लोगों की हुई मौत
जानकारी के अनुसार, मकान के मलबे में राजुद्दीन, पत्नी रुखसाना समेत अन्य दब गए। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने मलबे से 8 लोगों को निकाला। इनमें राजुद्दीन (58), पत्नी रुखसाना (45), बेटा 26 वर्षीय आस मोहम्मद, बेटा सलमान (11), बेटी तमन्ना (24) और नवासी हिफजा (3) शामिल हैं। इन्हें अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। मंगलवार दोहपर में शाहरूख की भी मौत हो गई।
अब जानिए क्या था पूरा मामला
दरअसल, गुलावठी रोड की आशापुरी कॉलोनी में निवासी राजुद्दीन की पत्नी रुखसाना की तबीयत खराब चल रही थी। वह एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थी। सोमवार शाम को उन्हें अस्पताल से घर में शिफ्ट किया गया। घर आने के बाद रुखसाना को सांस लेने में समस्या होने लगी। इस पर परिजन घर पर ही सिलेंडर से ऑक्सीजन लगाने लगे। सिलेंडर सेट नहीं हुआ और अचानक सिलेंडर में विस्फोट हो गया।
सुबह सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। शवों को देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। शाम तक सभी शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
हादसे की 4 तस्वीरें
हादसे के बाद स्थानीय लोग मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने में जुटे रहे।
मौके पर भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस लोगों को हटाते नजर आई।
जेसीबी की मदद से मलबे में दबे लोगों को खोजा गया।
एक बच्चा चारपाई पर था, लिंटर गिरने के बाद वह भी दब गया।