मथुरा : मथुरा में बांके बिहारी के 481वें प्राकट्य उत्सव की धूम है। निधिवन में 5 क्विंटल पंचामृत से बांके बिहारी का अभिषेक किया गया। मंदिर को पीले कपड़े और गुब्बारों से सजाया गया है। पहली बार108 किलो मक्खन का भोग लगाया जाएगा। सांसद हेमा मालिनी ने देहरी पूजन किया।
निधिवन में 5100 दीपक जलाने के बाद शोभा यात्रा निकाली जा रही है। 3.5 Km की यात्रा करके भक्त बांके बिहारी मंदिर पहुंचेंगे। यहां बधाई गीत गाए जा रहे हैं। इसके बाद दोपहर 2 बजे मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे। शाम को निधिवन और बांके बिहारी मंदिर में आतिशबाजी होगी।
ऐसी मान्यता है कि 481 साल पहले रसिक साधना के संत स्वामी हरिदास जी ने अपनी संगीत साधना के जरिए भगवान बांके बिहारी जी को वृंदावन की पवित्र भूमि से प्रकट किया था। बिहार पंचमी के दिन प्रकट हुए भगवान बांके बिहारी जी का प्रति वर्ष बड़े धूमधाम से उत्सव मनाया जाता है।
निधिवन से निकली शोभायात्रा, देखिए तस्वीरें
बांके बिहारी जी की बधाई शोभायात्रा निधिवन से शुरू हो कर रंगनाथ मंदिर, चुंगी चौराहा,अनाज मंडी, बनखंडी, दाऊजी तिराहा होते हुए बांके बिहारी मंदिर पहुंचेगी। जहां स्वामी हरिदास जी के आदमकद छवि चित्र को मंदिर के गोस्वामी हाथों में उठाकर गर्भ गृह में ले जायेंगे। जहां स्वामी हरिदास जी अपने लाडले को बधाई देंगे।
स्वामी हरिदास जी बांके बिहारी को बधाई देने निकले
भगवान बांके बिहारीजी के प्राकट्य दिवस पर निधिवन राज से एक भव्य शोभायात्रा निकाली जा रही है। इस शोभायात्रा में स्वामी हरिदास जी के छवि चित्र को चांदी के रथ में विराजमान किया गया। जिसके बाद मंगल ध्वनियों के बीच भगवान बांके बिहारीजी को उनके प्राकट्य की बधाई देने के लिए स्वामी हरिदासजी शोभायात्रा के साथ बांके बिहारी मंदिर पहुंचेंगे।
अलग-अलग राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने जलाए दीप
भगवान बांके बिहारीजी का 481वां प्राकट्य दिवस शुक्रवार को है। ब्रह्म मुहूर्त में उनकी प्राकट्य स्थली पर अभिषेक किया गया। वैदिक मंत्रों के बीच निधिवन मंदिर के सेवायत पुजारियों द्वारा प्राकट्य स्थली का अभिषेक किया गया। इस दौरान करीब 1 लाख भक्त दर्शनों के लिए मौजूद रहे।
भगवान बांके बिहारी जी के प्राकट्य उत्सव पर देश के अलग-अलग राज्यों से आए भक्तों ने निधिवन में दीपक जलाए। भक्तों ने आकर्षक तरीके से दीपकों से सजावट की। इस दौरान पूरा निधिवन दीपकों की रोशनी से जगमग हो उठा।
108 किलो मक्खन का लगेगा भोग
बांके बिहारी जी के प्राकट्य दिवस पर निकलने वाली शोभायात्रा में सबसे खास रहेगा उनको अर्पित किए जाने वाला मक्खन। पिछले 15 दिनों से देसी गाय के घी से तैयार किया जा रहे इस मक्खन को 56 मटकियों में भरकर भक्त सिर पर लेकर चल रहे हैं। शोभायात्रा के मंदिर पहुंचने पर 108 किलो मक्खन का भगवान बांके बिहारी जी को भोग लगाया जाएगा।