• मंदिरों में आज से बंसती बयार का बढ़ेगा दायरा, समाजगायन के दौरान भक्तों को लगेगा बंसती रंग

मथुरा : आज से होलाष्टक लग रहे हैं। इस दिन से ब्रज में होली की खुमारी लोगों पर चढ़ने लगेगी। समचूा ब्रज होली के आनंद में झूमेगा, तो मंदिरों में आज से ही बंसती रंग भी समाजगायन के दौरान भक्तों पर लगेगा। होली के कई उत्सव पर मंदिरों देखने को मिलेंगे। आज बरसाना में लड्डू होली का आयोजन होगा।

होली से आठ दिन पहले होलाष्टक शुरू हो जाता है। बता दें कि इस अवधि में सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है और होलिका दहन के बाद यह कार्य पुनः शुरू हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि होलाष्टक की अवधि में ग्रहों का स्वभाव उग्र हो जाता है, जिस कारण से इनके दुष्प्रभाव का खतरा बढ़ जाता है। ज्योतिष पंचांग के अनुसार इस वर्ष होलाष्टक 2023 आठ नहीं बल्कि नौ दिनों तक रहेगा। आइए जानते हैं होलाष्टक की तिथि और नियम।

हिन्दू पंचांग के अनुसार होलाष्टक की शुरुआत फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि से होता है। ऐसे में इस वर्ष सप्तमी तिथि का प्रारंभ 27 फरवरी 2023 को मध्यरात्रि 12 बजकर 59 मिनट पर होगा और तिथि का समापन 28 फरवरी को सुबह 02 बजकर 21 मिनट पर होगा। पंचांग के अनुसार होलाष्टक का समापन 07 मार्च 2023, मंगलवार को होलिका दहन के दिन होगा।

बरसाना की लठामार होली के बाद बांकेबिहारी मंदिर में पांच दिवसीय रंगों की होली की शुरुआत रंगभरनी एकादशी 3 मार्च से होगी। इसके बाद ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में होलिका दहन की तिथि 6 मार्च और धुलेंडी 7 मार्च की सुबह मनाई जाएगी।

ठाकुरजी पिचकारी के साथ खेलेंगे होली
होलिकाष्टक के साथ मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश में होली का आनंद और बढ़ जाएगा। ठाकुरजी पिचकारी के साथ होली खेलेंगे। मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश में श्रद्धालु अभी होली के रसिया का आनंद ले रहे हैं। होलिकाष्टक प्रारंभ होने पर ठाकुरजी टेसू के फूलों के रंग के साथ सोने- चांदी की पिचकारी से होली खेलना प्रारंभ करेंगे। ठाकुरजी जब होली खेलते हैं तो प्रसादी अबीर गुलाल सभी भक्तों पर जाता है। लेकिन, कुछ श्रद्धालु अपने पास से अबीर गुलाल लेकर आते हैं, इसके लिए अनुमति नहीं हैं। मीडिया प्रभारी एड. राकेश तिवारी ने बताया कि सुबह 10 बजे से टेसू के फूलों के रंग सेवायत मुखिया द्वारा ही भक्तों पर प्रसादी के रूप में डाला जाएगा। उन्होंने दिव्यांग, बच्चे, बुजुर्गो, बीमार व्यक्त आदि से दर्शन करने से बचने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि भक्त अपने साथ किसी भी प्रकार के केमिकल युक्त रंग, गुलाल नहीं लाएं।

  • ब्रज की होली कैलेंडर 2023
  • 27 फरवरी 2023 – लड्डू मार होली, बरसाना
  • 28 फरवरी 2023 – लट्ठमार होली, बरसाना
  • 01 मार्च 2023 – लट्ठमार होली, नंदगांव
  • 03 मार्च 2023 – रंगोत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम, श्रीकृष्ण जन्मस्थान
  • 04 मार्च 2023 – छड़ीमार होली, गोकुल
  • 06 मार्च 2023 – होलिका दहन, फालेन गांव
  • 07 मार्च 2023 – द्वारकाधीश का डोला, द्वारकाधीश मंदिर
  • 09 मार्च 2023 – दाऊजी का हुरंगा, बलदेव
  • 12 मार्च 2023 – रंग पंचमी पर रंगनाथ जी मंदिर में होली

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