नई दिल्ली : अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष दल इकट्ठा होने वाले है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सभी विपक्ष पार्टियों को मनाया जा रहा है। विपक्ष दल 2024 के लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में है। बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए पटना में एक बैठक होने वाली है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने 12 जून को विपक्ष दलों की एक अहम बैठक बुलाई है। संभावना जताई जा रही है कि इस मीटिंग में 24 विपक्ष दल शामिल हो सकते है। बता दें कि पहले 18 पदों के साथ आगामी चुनाव पर चर्चा की गई। अब बाकी बचे हुए दलों से आने वो दिनों में विचार विमर्श किया जाएगा। इसी कड़ी में क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है।
टाइम्स नाउ के मुताबिक, जेडीयू नेता ने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विभिन्न दलों के बीच लंबे समय बातचीत चल रही है। अगले महीने 12 जून को पटना में 24 राजनीतिक दलों की बैठक होने जा रही है। बताया जा रहा है कि जेडीयू 18 दलों के साथ चर्चा कर चुका है। आने वाले दिनों में बाकी के 6 दलों के साथ बातचीत होने वाली है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों को लेकर प्रतिक्रिया दी है। चिदंबरम ने कहा कि हम करीब 450 सीटों पर एक विपक्षी उम्मीदवार के प्रस्ताव पर काम कर रहे है। इस योजना पर काम किया जा रहा है। इसमें सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस की अपनी राज्य इकाइयां होंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ आप पार्टी के पक्ष में कांग्रेस सहित विपक्ष की एकता का विचार पंजाब और दिल्ली इकाइयों के लिए बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। अरविंद केजरीवाल की 10 साल पुरानी पार्टी से चुनावों में हार का सामना करना पड़ा।
सीटों का बंटवारा होगी बड़ी चुनौती
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार के विचार को समर्थन दिया है। ममता ने कर्नाटक चुनाव में जीत पर कांग्रेस को बधाई दी। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार का समय आ गया है। लोकसभा चुनाव में बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे राज्यों से लोकसभा में बड़े पैमाने पर सांसद भेजते हैं। लेकिन इस समय सबसे बड़ी चुनौती सीटों का बंटवारा है। इसको लेकर योजना बनाई जा रही है जो सभी का रास आए।