नई दिल्ली : दफ्तरों में वर्क कल्चर बदलता जा रहा है। पहले कंपनी एंप्लाइज दूसरी कंपनियों के साथ कंपटीशन करते थे ताकि उनसे बेहतर क्वालिटी के साथ काम किया जाए लेकिन अब यह सारी चीजें बदल गई हैं। अब कंपनी एंप्लाइज का दूसरों के साथ नहीं बल्कि अपने साथ काम कर रहें कर्मचारियों के साथ ही कंपटीशन हो गया है। कर्मचारी अब अपने साथ काम कर रहे सहकर्मी के साथ तुलना करने लग गए हैं।
यह तो बात हुई कर्मचारियों की लेकिन एक कंपनी अगर यह भेदभाव करे तो थोड़ा अटपटा-सा लगता है। लेकिन कुछ ऐसा ही हुआ प्रतीक्षा जिचकर के साथ। प्रतीक्षा को अजीब-गरीब कारण बताकर नौकरी देने से इंकार कर दिया गया। प्रतीक्षा ने लिंक्डइन पर नौकरी के लिए इंटरव्यू पास करने के दौरान हुए एक अजीब अनुभव को शेयर किया है। उसने लिखा कि रिक्रूटर्स ने उसे नौकरी न देने का अजीब कारण दिया।
प्रतीक्षा की पोस्ट को देखकर एक बात तो समझ आ रही है कि आज भी दफ्तरों में रंगवाद एक बहुत गंभीर मुद्दा बना हुआ है। प्रतीक्षा ने लिखा, “मुझे इंटरव्यू के फाइनल राउंड में रिजेक्ट कर दिया गया, क्योंकि मेरी त्वचा का रंग बाकी टीम मेंबर्स की तुलना में गोरा है। प्रतीक्षा ने लिखा- आपने सही पढ़ा, इंटरव्यू के तीन राउंड और असाइनमेंट के 1 राउंड के बाद, सभी प्रासंगिक कौशल, योग्यता और अनुभव के साथ भी मैं इस पोस्ट के लिए ठीक साबित नहीं हुई क्योंकि मेरी त्वचा का रंग मौजूदा टीम मैंबर्स की तुलना में अधिक गोरा था। अजीब है कि रिक्रूटर्स चाहते थे कि टीम में कोई मतभेद न हो और इसलिए मुझे नौकरी नहीं दी गई।