नई दिल्ली : मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर इस समय संसद से लेकर सड़क तक गतिरोध जारी है। विपक्ष के सांसदों का एक डेलिगेशन राज्य के दौरे पर गया है। अपने दौरे के दूसरे और आखिरी दिन सांसदों ने राज्यपाल से मुलाकात की। राज्यपाल से मुलाकात करने से पहले पहले उन्होंने मीडिया से बात की।
इस दौरान उन सांसदों ने सरकार के कार्यप्रणाली पर निशाना साधते हुए वहां की जमीनी हकीकत को मीडिया के सामने रखा। इस डेलिगेशन में शामिल लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, आरजेडी सांसद मनोज झा और टीएमसी सांसद सुष्मिता देव ने मीडिया के सामने सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई।
29 जुलाई को मणिपुर के दौरे पर पहुंचे लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने वहां हिंसा ग्रस्त इलाके में लोगों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद आज उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात करने से पहले मीडिया बात की। इस दौरान उन्होंने कहा, “मुख्य बात यह है कि मणिपुर को नजरअंदाज कर दिया गया है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने इसे नजरअंदाज किया है। इस वजह से यहां स्थिति खराब हो रही है। जल्द से जल्द शांति बहाल की जानी चाहिए, सद्भाव और न्याय बनाए रखना आवश्यक है।
हम मांग करेंगे कि राज्यपाल सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी प्रयास करें। यह सरकार की विफलता है। राज्य सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। राज्यपाल राष्ट्रपति को सही रिपोर्ट भेजकर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए।