- मंजू रामा नामक व्यक्ति/महिला ने हजारों लोगों को ठगा, पुलिस आज भी मौन
- पुणे, आगरा, मथुरा एवं अन्य प्रदेश के लोगों को लगी लाखों की चपत
- मंजू रामा ने फिर से फ्रेशेनियस बंद कर फिर से खोला एक और फ्राॅड पोर्टल
दैनिक उजाला डेस्क, मथुरा: देश के कोने-कोने में बिछा साइबर फ्राॅड का जाल इस तरह लोगों से ठगी कर रहा है कि लोग तत्काल ही हजारों की रकम यूंही दुगना होने के लिए लगा देते हैं। जब फ्राॅड कंपनी भाग जाती है, तो फिर पुलिस की शरण लेते हैं। ऐसे होने वाली साइबर फ्राॅड की स्थिति पर पहले से पुलिस नजर रखे और लोगों को समय-समय पर जागरूक करती रहे तो लाखों की ठगी से लोग बचें। हाल ही में फ्राॅड फ्रेशेनियस कंपनी ने साइबर जाल बिछाकर हजारों लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।
आगरा निवासी शैलेन्द्र शर्मा कहते हैं कि उन्होंने मंजू रामा नामक व्यक्ति/महिला की बातों में आकर फ्रेशेनियस बेवसाइट पर 68 हजार रूपये की रकम लगा दी। इसके कुछ दिन तक तो पैसे मिलते रहे, लेकिन कुछ दिन पैसे आना भी बंद हो गया। मंजू रामा नामक ने भी लोगों को रिप्लाई देना बंद कर दिया। बावजूद इसके मंजू रामा नामक लोगों अपने जाल में फंसाती रही। 6910 रूपये का ऑफर निकालकर लोगों को कहा कि जो भी लोगों के पैसे फंसे हुए हैं वह 6910 का रिचार्ज कर अपने पैसे निकाल सकते हैं।
ऐसे ही महाराष्ट्र पुणे निवासी दिप्तेश बोरसे ने बताया कि उन्होंने 65000 हजार रूपये लगाए थे। वह नामात्र पैसा ले पाये कि कंपनी ने रिप्लाई करना और पैसा भेजना भी बंद कर दिया। मंजू राम नामक मोबाइल 94352 24956 ने इस प्रकार ठगा कि पूरा पैसा ही चला गया। अब वह ऐसे लालच में कभी नहीं आयेंगे।
दिप्तेश कहते हैं कि प्रत्येक प्रदेश की पुलिस को ऐसे साइबर फ्राॅड करने वाले लोगों पर नजर रख कार्यवाही करनी चाहिए। यह लोग पहले नामात्र पैसों में वेबसाइट तैयार कराते हैं और फिर लोगों दूना पैसा हेाने का लालच देकर खूब धन ऐंठते हैं। ठगी का शिकार होने बाद फिर लोग पुलिस के पास जाते हैं और फिर पुलिस परेशान होती है। इसलिए यह भारत के अधिक प्रदेशों ऐसे लोग बैठे रहते हैं, लोगों का धन का लालच देते हैं।
मंजू रामा नामक ने फ्रेशेनियस बंद कर फ्राॅड जूक्स नामक बेवसाइट तैयार की है। इसमें में पैसा दूना होने का लालच दिया जा रहा है। प्रत्येक प्रदेश की पुलिस को इस पर ध्यान देकर ऐसे लोगों पर कार्यवाही करनी चाहिए। जिससे लोग फ्राॅड जाल के लालच से बच सकें। क्योंकि प्रत्येक प्रदेश में ऐसे लोग बैठे हैं, जो तमाम वेबसाइट के माध्यम से धन ऐंठने की जुगाड़ में हैं।
यह भी पढ़ें…
फ्रेशेनियस नामक कंपनी ने लोगों से लाखों की ठगी के बाद फिर दिए ऑफर