- रूसी वैज्ञानिकों ने जीएलए पहुंचकर विभिन्न संकायों की आधुनिक लैब्स का किया भ्रमण, अनुसंधान के अवसरों पर की चर्चा
मथुरा : विश्व पटल पर शोध की संभावना, उत्कृष्ट शिक्षा एवं रोजगार के अवसरों को किस प्रकार और कैसे बढ़ावा मिले। इसके लिए 15 रूसी वैज्ञानिकों ने जीएलए विष्वविद्यालय के कई संस्थानों का भ्रमण कर शिक्षक और पदाधिकारियों से वार्ता की। वैज्ञानिकों का स्वागत जीएलए के चीफ फाइनेंस ऑफिसर विवेक अग्रवाल एवं प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने किया।
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा अपने विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय शिक्षा दिलाने के साथ-साथ विश्व पटल पर शोध स्तर को भी बढ़ावा देने के लिए सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय बहुत पहले ही कई विश्वस्तरीय संस्थानों से हाथ मिला चुका है और उनकेे साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। इसी के तहत ही बीते दिन 15 रूसी वैज्ञानिकों ने जीएलए विश्वविद्यालय का भ्रमण किया। यहां उन्होंने फार्मास्युटिकल रिसर्च, बायोटेक्नोलाॅजी विभाग एवं एग्रीकल्चर विभाग का भ्रमण किया। सभी विभागों की आधुनिक लैबों को बारीकी से देखा।
फार्मास्युटिकल रिसर्च विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. योगेश मूर्ति ने बताया कि रूसी वैज्ञानिकों ने विभागों की आधुनिक लैबों का भ्रमण करने के दौरान उन्होंने रिसर्च के प्रयोग में आने वाले उपकरणों के बारे में भी जानकारी जुटायी। विभागीय शिक्षकों ने रूसी वैज्ञानिकों को प्रत्येक उपकरण से संबंधित जानकारी दी और उनके प्रयोग से भी अवगत कराया। इसके बाद विभागों में चल रहे शोध-शिक्षण एवं प्रयोग कार्यों की जानकारी ली। तीनों विभागों की विभिन्न प्रयोगशालाओं पर चर्चा हुई। संवाद के दौरान वैज्ञानिकों ने कई विषयों पर सकारात्मक सहयोग हेतु अपनी सहमति दर्ज करायी, जिससे भविष्य में दो राष्ट्रों के विषय विषेशज्ञों द्वारा आगे बेहतर से बेहतर शोध कार्य किए जाने की ओर अधिक संभावना बढ़ी। इसके साथ ही रूसी वैज्ञानिकों ने जीएलए विश्वविद्यालय के हरित वातावरण, इंफ्रास्ट्रक्चर, क्लास रूम, लैब्स, खेल मैदान, उत्कृष्ट प्रोफेसर आदि के समुचित व्यवस्थाओं की सराहना की।
भ्रमण के दौरान जीएलए के चीफ फाइनेंस ऑफिसर विवेक अग्रवाल ने रूसी वैज्ञानिकों को स्मृति चिन्ह् भेंट किया। उन्होंने बताया कि जीएलए अपने विद्यार्थियों की उपस्थिति विश्वपटल पर दर्ज कराने के सतत प्रयासरत है। इसके लिए पहले भी यूएसए, जापान सहित कई देशों के विषय-विशेषज्ञ यहां पहुंचकर विद्यार्थियों को मिलने वाले अवसरों पर चर्चा कर चुके हैं। पूर्ण विजिट का संचालन डाॅ. प्रमोद जोशी ने किया। इस दौरान कुलसचिव अशोक कुमार सिंह, डाॅ. भव्या मिश्रा, प्रबंधन संकाय निदेशक प्रो. अनुराग सिंह, फार्मास्युटिकल विभाग विभागाध्यक्ष प्रो. मीनाक्षी वाजपेयी, एग्रीकल्चर विभाग विभागाध्यक्ष प्रो. सुरेन्द्र सिवाच, बायोटेक विभाग विभागाध्यक्ष प्रो. शूरवीर, डाॅ. हिमांशु गुप्ता साथ रहे।