जयपुर : गहलोत सरकार के 4 साल पूरे होने पर सरकार की ओर से अपने जन घोषणापत्र के 80 फ़ीसदी वादे पूरे करने का दावा किया गया है। 17 दिसंबर को चार वर्ष पूरे होने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां अपनी उपलब्धियों और योजनाओं का बखान किया तो विभागवार प्रदेश स्तरीय प्रदर्शनी भी लगाई गई।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान गहलोत सरकार के कामकाज के विकास प्रदर्शनी का कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई अन्य नेताओं ने अवलोकन भी किया। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जन घोषणा पत्र के वादे और अपनी सरकार के कामकाज की उपलब्धियों को गांव ढाणियों तक पहुंचाने का स्थानीय जनप्रतिनिधियों को टास्क दिया है। मंत्री विधायकों से लेकर निकाय और पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधियों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है, जिससे कि जनप्रतिनिधि सरकार की योजनाओं का बखान जनता के बीच जाकर करें।
प्रभारी मंत्री रहेंगे अपने-अपने जिलों के दौरे पर
वहीं गहलोत सरकार के 4 साल की उपलब्धियों और कामकाज का बखान जनता के बीच करने के लिए तमाम मंत्री 22 से 24 दिसंबर यानी 3 दिन अपने अपने प्रभार वाले जिलों में रहेंगे और जिला प्रशासन के साथ जिला मुख्यालयों पर सरकार के कामकाज के विकास परिषद प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।
एक साल बाद होने वाले चुनावी तैयारियों में जुटी सरकार
इधर अपने जन घोषणा पत्र के 80 फ़ीसदी वादे पूरे करने और कई प्रमुख योजनाएं लांच करके गहलोत सरकार प्रदेश में 1 साल के बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है। ओल्ड पेंशन स्कीम, वृद्धावस्था पेंशन, निःशुल्क जांच, इंदिरा रसोई योजना, चिरंजीवी योजना, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल जैसे फ्लैगशिप योजनाओं के जरिए मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है।
अंतिम बजट में बड़ी घोषणाएं संभव
पार्टी सूत्रों की माने तो सरकार के 4 साल पूरे होने के बाद अब गहलोत सरकार का जहां पूरा फोकस अपने जन घोषणापत्र के 100 फ़ीसदी वादे पूरे करने रहेगा तो वही पांचवें और अंतिम बजट में बड़ी घोषणाएं करके भी जनता को लुभाने का प्रयास करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री पहले भी कई बार कह चुके हैं कि 5 और अंतिम बजट जो युवाओं और विद्यार्थियों को समर्पित होगा। इसके अलावा किसानों, मजदूरों और अन्य वर्ग से जुड़े लोगों के लिए भी बड़ी घोषणाएं बजट में संभव है।