नई दिल्ली : आज 21वीं सदी चल रही है और दुनिया चांद पर जा रही है। टेक्नोलॉजी ने इंसान के जीवन को बदल दिया है। आज महिला और पुरुष कंधे से कंधा मिलकर काम कर रहे है। कई क्षेत्रों में तो महिलाएं पुरुषों से काफी आगे निकल गए है। लेकिन कुछ जगहों पर आज भी महिलाओं के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। हाल ही में झारखंड के गढ़वा से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां एक महिला को भरी पंचायत में 20 जूते मारे गए। इतना ही नहीं पीड़िता को जूते पर थूक कर चाटने को मजबूर किया गया, कान पकड़कर सौ दफा उठक-बैठक कराया गया। इतना सब कुछ करने के बाद भी पंचों को मन नहीं भरा। उन्होंने महिला पर 56 हजार रुपए का जर्माना भी लगाया और इसके बाद उसके सामाजिक बहिष्कार का फैसला सुनाया गया।

हालांकि यह घटना तीन महीने पुरानी है और इसकी शिकायत अब दर्ज की गई है। पीड़ित महिला का कहना है कि इस घटना अगले ही दिन मेराल थाने में आवेदन दिया था, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गई। अब उसने ऑनलाइन कंप्लेन दर्ज कराया है। यह घटना गढ़वा जिले के मेराल थाना अंतर्गत तिसरटेटुका गांव की है। पीड़िता मुस्लिम समाज की है। पंचायत इसी समाज के लोगों ने बिठाई थी। महिला का कहना है कि उसे चरित्रहीन और डायन करार देकर यह जुल्म किया गया।

उसने अपनी शिकायत में कहा है कि बीते 15 अगस्त की रात लगभग 12 बजे पंचायत बिठाई गई। गांव के जब्बार अंसारी, मुजाहिद अंसारी, इलियास अंसारी, साकिर अंसारी, मोकिर अंसारी, असगर अली, इमामुद्दीन अंसारी और इरशाद अंसारी उसके घर पहुंचे और उसे एवं उसके पति को पंचायत में ले गए।

सार्वजनिक तौर पर महिला पर गांव के एक युवक से नाजायज संबंध के आरोप लगाए गए। उस पर डायन होने का भी आरोप मढ़ा गया। महिला और उसके पति ने इन आरोपों से इनकार किया, लेकिन पंचायत में महिला को दंडित किया गया। ऑनलाइन कंप्लेन के आधार पर पुलिस महिला की शिकायत की जांच कर रही है। इस बाबत अब तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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