नई दिल्ली : चक्रवात ‘मिचौंग’ ने आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया है। बंगाल की खाड़ी से पूर्वी तट की ओर बढ़ते चक्रवात ने तबाही शुरू कर दी है। तमिलनाडु में मूसलाधार बारिश हो रही है। चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, नागापट्टिनम, तिरुवल्लूर और कुड्डालोर सहित उत्तरी तटीय तमिलनाडु में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालत पैदा हो गए हैं। चेन्नई में हो रही भारी बारिश के कारण एक दीवार गिर गई इसकी चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। यह झारखंड के रहने वाले हैं।
बारिश के कारण स्कूल, कालेज और सरकारी कार्यालय को बंद कर दिए गए हैं। चेन्नई हवाईअडडे पर पानी भर गया है। इसके कारण 18 उड़ानों को रदद कर दिया गया है। तमिलनाडू से आने जाने वाली 144 ट्रेनों को रदद कर दिया गया है। पिछले 24 घंटों में मीनांबक्कम में 196 और नुंगमबक्कम में 154.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। चेन्नई और आसपास के 3 जिलों में छुटटी घोषित कर दी गई है।
तमिलनाडु के तिरुवल्लूर में राज्य आपदा इकाई ने तूफान आने से पहले फ्लोट, पाइपर बोट, बोट मोटर, लाइफ जैकेट तैयार है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन इकाई ने भी चारों ही राज्य में मोर्चा संभाल लिया है। मछुआरों की नावों को भी क्रेन की मदद से हटाया गया है। इससे पहले 13 जून को गुजरात की तरफ से आए विपरजॉय तूफान ने तबाही मचाई थी।
चक्रवाती तूफान मिचौंग आज आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु के तट से टकरा सकता है। इस दौरान 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवाएं चलने की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में 10 तक पानी बढ़ सकता है। इस आशंका को देखते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने तेलंगाना, तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्रप्रदेश में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन प्रदेशों के मुख्यमंत्री के साथ बात की है। हर तरह से तैयार रहने और सहायता देने का आश्वासन दिया है।