अयोध्या : इन पुजारियों को भगवान की आरती से लेकर पूजा तक की विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें उन्हें सुबह तीन बजे उठाया जाता था और उन्हें पूरे दिन ट्रेनिंग में लगा रहता था। इन पुजारियों की आयु 20 से 30 वर्ष के बीच है और इनका चयन कठिन प्रशिक्षण और कई परीक्षाओं के बाद किया गया है।
इसके लिए, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसके अनुसार देशभर से 3 हजार से अधिक आवेदकों में से कुछ को इंटरव्यू के आधार पर चयन किया गया था। इन पुजारियों का चयन करने के बाद, उन्हें मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई 51 इंच की रामलला की मूर्ति गर्भगृह में स्थापित की जाएगी।
22 जनवरी को आयोध्या में होने वाले मंदिर के गर्भगृह में जो मूर्ति स्थापित होगी, उसे देशभर के संतों को अयोध्या आने के लिए आमंत्रित किया गया है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस समारोह में शामिल होने के लिए मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम में साउथ फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता रजनीकांत को भी निमंत्रण दिया गया है।