बस्ती : जिले में NHAI द्वारा हैरान करने वाला मामला चल रहा है, यहां हर्रैया तहसील क्षेत्र के अन्तर्गत चौकड़ी गांव की सीमा में बना एनएचएआई का टोल प्लाजा तालाब की सुरक्षित श्रेणी की जमीन पर अतिक्रमण कर बनाया गया है। शौचालय, सर्विस रोड व आफिस सहित तमाम निर्माण तालाब पाट कर किया गया है। इसकी पुष्टि जन सूचना अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई सूचना के बाद हुई है।

एक जिले में दो टोल होने को गैर कानूनी बताते हुए उच्च न्यायालय में एक टोल को हटाने का दावा करने वाले हर्रैया क्षेत्र के ग्राम सहराएं निवासी समाजसेवी चंद्रमणि पांडे सुदामा ने इस तालाब से अतिक्रमण हटाने की शिकायत की थी।तत्कालीन एसडीएम गुलाब चंद्रा द्वारा दिए गए तालाब की पैमाइश स्थानीय लेखपाल व कानूनगो द्वारा की गई। नापी में तालाब के गाटा संख्या 232/0 .0190 हेक्टेयर व गाटा संख्या 233ख/0.3280 की पैमाइश के उपरांत सौंपी गई रिपोर्ट में 0.0470 हेक्टेयर भूमि पर टोल प्लाजा की आफिस, सर्विस रोड व शौचालय बना कर कब्जा किए जाने की आख्या सौंपी गई थी।

15 अप्रैल 2023 को एसडीएम गुलाब चंद्र ने तत्कालीन तहसीलदार मोनिका वर्मा से एक सप्ताह में तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराते हुए कृत कार्यवाही से अवगत कराने के लिए पत्रांक संख्या 1436-5 एस. टी. के माध्यम से लिखित रूप से निर्देश दिया था। दोनों अधिकारी स्थानांतरित हो चुके हैं। आदेश के छह माह से अधिक बीत चुके हैं। अतिक्रमण जहां का तहां बना हुआ है। इसकी जानकारी तब हुई, जब अपनी शिकायत के निस्तारण की प्रगति की जानकारी के लिए शिकायतकर्ता ने जनसूचना अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगी।बीते 21 नवंबर को इससे अवगत कराया गया है। राजस्व प्रशासन पर प्रश्न यह उठ रहा है कि आम आदमी के मामूली सरकारी भूमि के कब्जे पर बुलडोजर चलाने वाले अधिकारी इस प्रकरण पर चुप क्यों हैं। एसडीएम विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।

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