दैनिक उजाला, एजुकेशन डेस्क : काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने ICSE 10वीं और ISC 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है। कुल 99.47% स्‍टूडेंट्स एग्‍जाम में पास हुए हैं। स्टूडेंट्स बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट results.cisce.org पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।

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इस साल 12वीं बोर्ड एग्जाम्स में कुल 99,901 स्टूडेंट्स शामिल हुए। इसमें से 98,088 पास हुए। कक्षा 12वीं का पास प्रतिशत 98.19% रहा है।

10वीं में 33%, 12वीं में 35% पासिंग मार्क्स

एग्जाम पास करने के लिए छात्रों को ICSE में कम से कम 33% नंबर और ISC में 35% नंबर स्‍कोर करने होंगे। ऐसे स्टूडेंट्स, जो मिनिमम मार्क्स स्‍कोर नहीं कर पाते हैं, वे बाद में इंप्रूमेंट एग्जाम्स में बैठ सकते हैं।

2.5 लाख स्‍टूडेंट्स का रिजल्‍ट हुआ जारी

इस साल, ISC क्लास 12 की परीक्षाएं 12 फरवरी से 2 अप्रैल के बीच आयोजित की गई थी। वहीं, ICSE क्लास 10 की परीक्षाएं 21 फरवरी से 28 मार्च के बीच आयोजित की गई थी। इस साल 2.5 लाख से अधिक उम्मीदवार ISC और ICSE बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हुए।

इस साल नहीं होंगे कंपार्टमेंट एग्‍जाम

बोर्ड ने जानकारी दी है कि इस साल स्‍टूडेंट्स को कंपार्टमेंट एग्‍जाम देने का मौका नहीं मिलेगा। अगर कोई स्‍टूडेंट्स अपने मार्क्‍स सुधारना चाहता है, तो उसे इंप्रूवमेंट एग्‍जाम के लिए अप्‍लाई करना होगा। इंप्रूवमेंट एग्‍जाम अधिकतम 2 सब्‍जेक्‍ट्स में दे सकेंगे।

इस साल 2 पेपर स्‍थगित हुए थे

इस साल की CISCE की बोर्ड परीक्षाओं में दो पेपर स्थगित किए गए थे। ICSE 10वीं का केमेस्‍ट्री का पेपर 26 फरवरी को होना था, लेकिन 21 मार्च के लिए स्थगित किया गया था। इसके अलावा, एक एग्‍जाम सेंटर पर क्‍वेश्‍चन पेपर का पैकेट ‘खो जाने’ की सूचना मिलने के बाद ISC 12वीं का साइकोलॉजी का पेपर स्थगित किया गया था। परीक्षा 27 मार्च को होनी थी जिसे 4 अप्रैल को आयोजित किया गया था।

पिछले साल लड़कियों के पास होने का प्रतिशत ज्यादा

2023 में 12वीं कक्षा में स्टूडेंट्स के पास होने का प्रतिशत 96.93% था। इस परीक्षा में लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया था। 12वीं क्लास में लड़कियों के पास होने का प्रतिशत 98.01% था, जबकि लड़कों के पास होने का प्रतिशत 95.96% था।

वहीं, 10वीं कक्षा में स्टूडेंट्स के पास होने का प्रतिशत 98.94% था। इस परीक्षा में लड़कियों ने लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया था। 10वीं क्लास में लड़कियों के पास होने का प्रतिशत 99.21% था, जबकि लड़कों के पास होने का प्रतिशत 98.71% था।

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