नई दिल्ली : Chandrayaan-3 ने इतिहास रचते हुए चांद की सतह में जहां प्रवेश कर लिया है वहीं आज गुरुवार दोपहर 1 बजकर 8 मिनट पर चंद्रयान-3 को दो टुकड़ों में बांट दिया गया है। दरअसल, प्रोपल्शन मॉड्यूल से विक्रम लैंडर सफलतापूर्वक अलग हो गया है। इस के बाद अब विक्रम लैंडर चांद के 100 किमी. क्षेत्र में अकेला चक्र लगाएगा और चांद पर लैंडिंग करेगा।
इससे पहले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने कहा कि इसके साथ ही चंद्रयान-3 ने चंद्रमा तक पहुंचने की अपनी प्रक्रिया पूरी कर ली है। और अब प्रणोदन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल को अलग कर दिया गया है।
ISRO ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘‘आज की सफल प्रक्रिया संक्षिप्त अवधि के लिए आवश्यक थी। इसके तहत चंद्रमा की 153 किलोमीटर x 163 किलोमीटर की कक्षा में चंद्रयान-3 स्थापित हो गया, जिसका हमने अनुमान किया था। इसके साथ ही चंद्रमा की सीमा में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी हो गई।