जयपुर : वसुंधरा सरकार के समय हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर अब पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट में आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। वसुंधरा सरकार के समय के घोटालों की जांच की मांग को लेकर सचिन पायलट अब 11 अप्रेल को शहीद स्मारक पर सुबह 11 बजे अनशन पर बैठेंगे। इसकी घोषणा खुद सचिन पायलट ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में की है।
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि साल 2013 में हम सत्ता में थे और उसके बाद हमारी सरकार चली गई थी और बीजेपी की मजबूत सरकार बनी थी। उस वक्त पार्टी आलाकमान ने मुझे प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया और हमने पूरे 5 साल कड़ी मेहनत की थी। वसुंधरा सरकार के घोटालों को जनता के सामने रखा था। तब हमने जनता से वादा किया था कि अगर हम सत्ता में आए तो वसुंधरा सरकार के घोटालों की जांच कर आएंगे, लेकिन आज साढ़े 4 साल के बाद भी उन घोटालों की कोई जांच शुरू नहीं हो पाई है, चुनाव में महज 6 महीने का समय बचा है तो फिर हम किस मुंह से जनता के बीच जाएंगे।
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि वसुंधरा सरकार के समय हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कई पत्र लिखे थे लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत ने एक भी पत्र का जवाब नहीं दिया। सचिन पायलट ने कहा कि मैंने पार्टी हाईकमान और शीर्ष नेताओं को भी कई बार इस मामले को लेकर अवगत करवाया है लेकिन घोटालों पर कार्रवाई सरकार को करनी है।
सचिन पायलट ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार लगातार विपक्ष के नेताओं पर ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्यवाही कर रही है। वही दुख इस बात का है कि राजस्थान में हमारी सरकार होते भी वसुंधरा सरकार के घोटालों पर साढ़े 4 साल में कोई कार्रवाई नहीं की गई।