- स्वयं प्लेटफॉर्म के माध्यम से पिछले पांच वर्षों में नेचर ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज कोर्स से 10 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने उठाया लाभ
मथुरा : पिछले पांच वर्षों में जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने अपने विद्यार्थियों के अलावा अन्य विद्यार्थियां को अंग्रेजी में दक्ष बनाने की बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों ने एमएचआरडी, एआइसीटीई और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित स्वयं प्लेटफार्म के माध्यम से नए कोर्स की शुरुआत की है। इस कोर्स के माध्यम से 12वीं पास व बीए, बीकॉम, बीएससी, बीटेक प्रोफेशनल कोर्सेज के विद्यार्थी अपनी पढ़ाई निशुल्क कर सकते हैं।
अंग्रेजी विषय में छात्रों एवं अन्य लोग जो भी अपनी पर्सनालिटी में डेवलपमेंट करना चाहते हैं, उनको शिक्षा देने के लिए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के अंग्रेजी विभाग की डॉ. शिवा दुर्गा एवं डॉ. विवेक मेहरोत्रा ने इंग्लिश कम्युनिकेशन में ‘नेचर ऑफ लैंग्वेज‘ कोर्स को बेहतर तरीके से तैयार किया है, जो कि एमएचआरडी, एआइसीटीई और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित यूजीसी से मान्यता प्राप्त स्वयं प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगा।
डा. शिवा दुर्गा एवं डा. विवेक मेहरोत्रा ने बताया कि अंग्रेजी के इस कोर्स की शुरुआत हो चुकी है। इस कोर्स को करने के लिए छात्रों को एवं अन्य लोगों को https://onlinecourses.swayam2.ac.in/cec24_lg07/preview लिंक पर लॉगिन करना होगा। लॉगइन करने के बाद 29 फरवरी तक नेचर ऑफ लैंग्वेज कोर्स को कर सकते हैं। इस कोर्स को करने और परीक्षा देने के बाद विद्यार्थियों को ऑनलाइन सर्टिफिकेट ‘ईएमआरसी-यूजीसी‘ के द्वारा प्रदान किया जायेगा। रोजगार हासिल करने व कहीं भी प्रवेश लेने के दौरान विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट के माध्यम से आसानी होगी।
प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने कहा अब हर दिन जीएलए विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कुछ नया कर रहे हैं। अपने विद्यार्थियों को दक्ष बनाने के लिए अलावा विश्वविद्यालय अन्य विद्यार्थियों के लिए कार्य कर रहा है। इसी वजह से ऐसे ऑनलाइन कोर्स की शुरुआत वर्ष 2019 में की गई थी। इस कोर्स का 10 हजार से अधिक विद्यार्थी अब तक लाभ उठा चुके हैं। इनमें से सैकड़ों विद्यार्थियों को कोर्स सर्टिफिकेट और इंग्लिश एजुकेशन से बेहतर रोजगार भी हासिल हुआ है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी अब तक 2 हजार से अधिक विद्यार्थी नेचर ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज कोर्स को करने के लिए आवेदन कर चुके हैं। प्रो. गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘नेचर ऑफ लैंग्वेज‘ कोर्स की बेहतर शुरुआत पर ही गत वर्ष यूजीसी के द्वारा डॉ. शिवा दुर्गा को बेस्ट नेशनल कॉर्डिनेटर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।