स्पोर्ट्स डेस्क : वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट से मिली करारी हार के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत सुकून देने वाली है। हालांकि, एक समस्या ऐसी है जो वर्ल्ड कप में भी हमारा सिरदर्द थी और न्यूजीलैंड के खिलाफ हुई सीरीज में भी इसका कोई समाधान नहीं हुआ।
वास्तव में यह समस्या वर्ल्ड कप से भी पुरानी है और लंबे समय से यह भारतीय क्रिकेट फैंस को फ्रस्ट्रेट कर रही है। इस समस्या का नाम है ऋषभ पंत।
ऋषभ पंत टी-20 इंटरनेशनल में अब तक 8 देशों में मुकाबले खेल चुके हैं। इनमें से वेस्टइंडीज के अलावा किसी भी देश में औसत प्रभावशाली नहीं है। वेस्टइंडीज में उन्होंने 58 की औसत से 174 रन बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया में उन्होंने 7.25, इंग्लैंड में 13.50, श्रीलंका में 15 और भारत में 20 की औसत से रन बनाए हैं। पंत ने अमेरिका में 16, न्यूजीलैंड में 22 और UAE में 32 की औसत से रन बनाए।
पंत ने अब तक 66 टी-20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं और सिर्फ तीन बार 50 रन का आंकड़ा पार कर पाए हैं। ऐसा नहीं है कि बल्लेबाजी ऑर्डर में काफी नीचे मौका मिलने के कारण ऐसा हो रहा है। 66 में से 38 मैचों में उन्हें टॉप-4 में बैटिंग करने का मौका मिला है, लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए।
एक ओर लगातार फ्लॉप होने के बावजूद ऋषभ पंत को मौके मिल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर संजू सैमसन बेंच पर बैठने को मजबूर हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के लिए भी सैमसन को स्क्वॉड में रखा गया था, लेकिन उन्हें एक मैच में भी मौका नहीं मिला।
IPL में चलता है बल्ला
पंत जब भी भारत के लिए मैदान में खेलने उतरते हैं वह ज्यादातर बार फ्लॉप ही रहते हैं। लेकिन, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में फ्रेंचाइजी टीम से खेलते हुए उनके बल्ले से खूब रन निकलते हैं। IPL में दिल्ली कैपिटल्स से खेलते हुए पंत ने अब तक 98 मैचों में 147.97 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की। उन्होंने इस दौरान 34.61 के औसत से 2,838 रन बनाए।