नई दिल्ली : अमरीकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद से भारत के मशहूर बिजनेसमैन गौतम अडानी की स्थिति खराब है। अडानी की कंपनियों के शेयर में काफी गिरावट आई है। जिस कारण अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के नेटवर्थ में भी काफी कमी आई है। रिपोर्ट सामने से पहले गौतम अडानी दुनिया के टॉप-10 अमीरों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर थे। लेकिन हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद उनकी कंपनी के शेयर में जारी गिरावट के दौर से गौतम अडानी अब टॉप-10 की लिस्ट से बाहर हो चुके हैं। उनके सिर से भारत के नंबर-1 अमीर होने का ताज भी छीन चुका है।

इस बीच बुधवार रात अडानी ग्रुप ने एक बड़ा फैसला लेते हुए जानकारी दी कि वो अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) के लिए जारी 20 हजार करोड़ का फॉल-ऑन पब्लिक ऑफर यानी कि (FPO) को रद्द कर दिया है। अडानी ग्रुप की ओर से बताया गया कि एफपीओ को कैंसिल कर दिया गया है। उसमें लगाए गए निवेशकों के पैसे वापस किए जाएंगे। अब अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने एक वीडियो मैसेज में एफपीओ को रद्द किए जाने के कारणों की जानकारी दी है।

वीडियो मैसेज में गौतम अडानी ने कहा कि पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए FPO को वापस लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया होगा। लेकिन बाजार में आज के उतार-चढ़ाव को देखते हुए, बोर्ड ने दृढ़ता से महसूस किया कि FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मेरे लिए मेरे निवेशकों का हित सर्वोपरि है। इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने FPO वापस ले लिया है। इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम समय पर क्रियान्वयन पर ध्यान देना जारी रखेंगे।

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