मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा और कानपुर की सिगना फार्मा कंपनी के मध्य एमओयू साइन हुआ है। इस एमओयू के तहत विश्वविद्यालय के फार्मेसी के विद्यार्थियों को दवा बनाने की विधि और उनकी गुणवत्ता परीक्षण के बारे में जानने का नजदीक से मौका मिलेगा। इसके अलावा मेड़ीकल के अन्य उपार्जन के अवसर भी हासिल होंगे।

पिछले कई वर्षों से एक से बढ़कर एक बीमारी की चपेट में मानव जकड़ा हुआ है। इसके अलावा कोविड़ के चलते और स्थितियां बिगड़ी हैं। ऐसे में बेहतर मेड़ीकल सिस्टम की आवश्यकता नजर आती है। इसी के चलते जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के फार्मेसी विभाग ने अपने विद्यार्थियों विभिन्न दवा बनाने की विधि और उनके गुणवत्ता परीक्षण के लिए हाल ही में कानपुर के सिगना फार्मा कंपनी से हाथ मिलाया है। इस पर सिगना के पदाधिकारियों ने विष्वविद्यालय से लंबे करार की उम्मीद तथा मेड़ीकल के क्षेत्र में नए उपार्जन की आशा व्यक्त की है।

जीएलए और सिगना के साथ हुए करार के बारे में जानकारी देते हुए डीन इंटरनेशनल रिलेशन एवं एकेडमिक कोलैबोरेशन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा कहते हैं कि जिस प्रकार वर्तमान दौर में मेड़ीकल क्षेत्र आन पड़ी है। ठीक उसी प्रकार यह भी जरूरी हो गया कि इस आन के साथ-साथ यानि जरूरतमंद दवाओं की की ठीक से देखभाल एवं उनके बनने विधि का परीक्षण सही से होना चाहिए। इसके साथ विद्यार्थियों को इस क्षेत्र के बारे में अत्याधिक जानकारी मुहैया हो यह भी जरूरी है। इसलिए यह एमओयू साइन हुआ है।

फार्मेसी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. योगेश मूर्ति ने बताया कि जीएलए के कुलसचिव अशोक कुमार सिंह व सिगना फार्मा कंपनी के निदेशक रिंकू भार्गवा, मैनेजिंग डायरेक्ट सौरभ भार्गवा एवं रेखा भार्गवा के हस्ताक्षर के बाद प्रभावी हुआ है। उन्होंने सिगना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह पिछले 38 वर्षों से विभिन्न प्रकार के रासायनिक व हर्बल ड्रग्स के फार्मूलेशन (टेबलेट, कैप्सूल एवं सीरप) आदि का विनिर्माण कर रही है। इसी कंपनी एक्सपर्ट समय-समय पर फार्मेसी के विद्यार्थियों को व्याख्यान के माध्यम से प्रेक्टीकल ज्ञान भी देंगे, जिसके माध्यम से विद्यार्थी इंडस्ट्री की डिमांड को आसानी से समझ सकेंगे।

विभागाध्यक्ष प्रो. मीनाक्षी वाजपेयी ने बताया कि एमओयू के कई फायदे भविष्य में विद्यार्थियों को मिलेंगे। इसके माध्यम विद्यार्थी कंपनी का आसानी से विजिट कर सकेंगे। कंपनी के विषय-विशेषज्ञ विश्वविद्यालय में आकर अपना ज्ञान विद्यार्थियों के साथ साझा करेंगे। इसके अलावा रिसर्च के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि जीएलए फार्मेसी विभाग ने मेड़ीकल क्षेत्र की कई कंपनियों से इंटरनेशनल रिलेशन एवं एकेडमिक कोलेबोरेशन विभाग के माध्यम से हाथ मिलाया है।

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