• आईटी क्षेत्र में रोजगार के बढ़ते अवसरों को देख इंडस्ट्रियों से करार करने में जुटा जीएलए विश्वविद्यालय

मथुरा : देश की आईटी इंडस्ट्री बदलावों के दौर से गुजर रही है। एआई के रूप में एक बड़ा अवसर, चुनौतियों के साथ सामने है। सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री ने भी भारत में एक बड़ी छलांग मारी है। आईटी इंडस्ट्री में मिल रहे रोजगार के अवसरों को पाने और इंडस्ट्री क्षेत्र की मांग के अनुसार अपने विद्यार्थियों को भविष्य के अनुरूप तैयार करने के उद्देश्य से जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने ह्यूमेनिटिक्स डायमेनसंस साॅफ्टवेयर कंपनी के साथ एमओयू साइन किया है।

बीते दिनों हुए जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के कम्प्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशन विभाग के डीन प्रो. अशोक भंसाली, एसोसिएट विभागाध्यक्ष डाॅ. शशिशेखर, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग के सीनियर मैनेजर काॅरपोरेट रिलेशन मुकुट बल्लभ दुबे ने ह्यूमेनिटिक्स डायमेनसंस साॅफ्टवेयर कंपनी के एमडी एवं सीईओ जीजे कुलकर्णी से मुलाकात की। इस दौरान जीएलए के पदाधिकारियों ने कंपनी सीईओ को विश्वविद्यालय को मिली उपलब्धियों और आईटी क्षेत्र में किए जाने वाले अनुसंधान के बारे में जानकारी दी। इसके बाद कंपनी सीईओ जीजे कुलकर्णी ने भी कंपनी द्वारा तकनीकी क्षेत्र में किए गए प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कंपनी में एक से बढ़कर साॅफ्टवेयर डेवलपर आज के इस तकनीकी युग में बेहतर तकनीक देने में जुटा हुआ है।

तत्पश्च्यात जीएलए विश्वविद्यालय ने ह्यूमेनिटिक्स डायमेनसंस साॅफ्टवेयर कंपनी के साथ एमओयू साइन किया। यह एमओयू जीएलए कुलसचिव अशोक कुमार सिंह और ह्यूमेनिटिक्स के एमडी जीजे कुलकर्णी के साइन के बाद प्रभावी हुआ। इसके बाद दोनों ही संस्थानों ने आशंका ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास के साथ आगे बढ़ने और एक लंबे समय तक छात्रों के भविष्य के अनुरूप कार्य करने पर बल दिया।

इस एमओयू के बाद ख़ुशी जाहिर करते हुए इंटरनेशनल रिलेशन एंड एकेडमिक कोलैबोरेशन के डीन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा ने कहा कि उत्कृष्ट शिक्षा तथा रोजगार के ढेरों अवसर देने में सुविख्यात जीएलए विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकों से अवगत कराने के अपने अटूट प्रयास में निरंतर कार्यरत है। इसी उद्देश्य के चलते विश्वविद्यालय ने आईटी इंडस्ट्री के साथ एक बहुआयामी अनुबंध किया है। इस अनुबंध से विश्वविद्यालय के विद्यार्थी तथा शिक्षक दोनों ही लाभान्वित होंगे।

कंप्यूटर इंजीनियरिंग एंड एप्लीकेशन विभाग के डीन प्रो. अशोक भंसाली ने बताया कि इस अनुबंध का उद्देश्य कॉर्पोरेट और शोध सहयोग विकसित करना तथा आपसी समझ को बढ़ावा देना है। ह्यूमेनिटिक्स डायमेनसंस सॉफ्टवेयर कंपनी एक निजी स्वामित्व वाली सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी है, जो कि मुख्य रूप से बीपीएम नामक एक इन-हाउस टूल पर एप्लिकेशन विकसित कर रही है। यह कंपनी एचआर डोमेन में विशिष्ट दक्षता रखती है। हाल ही में कंपनी ने पार्टनर के तौर पर माइक्रोसॉफ्ट सीआरएम पर काम करना शुरू किया है। इस कंपनी ने जीएलए के विद्यार्थियों को कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से रोजगार भी दिया है।

विश्वविद्यालय के एसोसिएट विभागाध्यक्ष डॉ. शशि शेखर तथा ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग के सीनियर मैनेजर काॅरपोरेट रिलेशन मुकुट बल्लभ दुबे ने बताया कि इस अनुबंध पर हस्ताक्षर करके दोनों संस्थान आपसी हित और लाभ के कई क्षेत्रों में शैक्षणिक और उद्योग संबंध विकसित करने की प्रतिबद्धता को स्वीकार करते हैं। इस अनुबंध के अंतर्गत नियमित अंतराल पर अतिथि व्याख्यान और कार्यशालाओं का आयोजन करना, ह्यूमैनिटिक्स डाइमेंशन्स सॉफ्टवेयर कंपनी द्वारा जीएलए के छात्रों को अपने कैंपस ऑफ-कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव में भाग लेने की अनुमति देना तथा समय समय पर कंपनी के विशेषज्ञों द्वारा नवीनतम तकनीकी सत्रों का आयोजन करना मुख्य रूप से शामिल रहेगा।

इस अवसर पर कंपनी सेल्स हेड, रोहित सिंह तथा एचआरडी हेड ललित मिश्रा उपस्थित रहे।

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