बनासकांठा: गुजरात के बनासकांठा जिले के थराद में ऑनर किलिंग की एक घटना सामने आई है। प्रेम संबंध से नाराज़ पिता और चाचा ने मिलकर बेटी की हत्या कर दी और उसका अंतिम संस्कार कर दिया। दांतिया गांव की चंद्रिका चौधरी ने थराद के वडगामड़ा गांव के हरेश चौधरी से मैत्री करार किया था, जिसे परिवार ने स्वीकार नहीं किया। इसी वजह से पिता और चाचा ने मिलकर उसे नींद की गोलियां देकर दुपट्टे से गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। इस पूरे मामले में दिओदर पुलिस ने आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर लिया है और फरार पिता की तलाश में टीमें लगा दी हैं।
NEET परीक्षा की तैयारी कर रही थी लड़की
दांतिया गांव की चंद्रिका चौधरी पालनपुर के एक निजी हॉस्टल में रहकर NEET परीक्षा की तैयारी कर रही थी। इसी दौरान वह एक दिन हरेश चौधरी की गाड़ी में पालनपुर गई, और रास्ते में हुई बातचीत के बाद दोनों के बीच फोन पर लगातार संपर्क बढ़ा और प्रेम संबंध बन गए। कुछ समय बाद परिवार ने चंद्रिका को पढ़ाई जारी रखने से मना कर दिया। चंद्रिका सोशल मीडिया के माध्यम से हरेश से बात करती रही और उसे बताया कि परिवार हमारे रिश्ते को स्वीकार नहीं करेगा और जबरन शादी कर देगा, इसलिए वह उसे अपने साथ ले जाए।
हरेश 4 जून 2025 को चंद्रिका को लेकर अहमदाबाद गया, जहां दोनों ने सहमति से मैत्री करार किया और फिर मध्य प्रदेश व राजस्थान घूमने चले गए। दूसरी ओर परिवार ने चंद्रिका के गुम होने की रिपोर्ट थराद पुलिस में दर्ज कराई। राजस्थान के भालेसर से पुलिस ने दोनों को बरामद किया और चंद्रिका को परिवार को सौंप दिया। परिवार इस संबंध को मंज़ूर नहीं कर रहा था। इसके बाद चंद्रिका ने हरेश को संदेश भेजा कि अगर वह उसे वहां से नहीं ले गया तो परिवार उसकी शादी कहीं और कर देगा या उसे मार डालेगा।
नींद की गोलियां देकर दुपट्टे से गला घोंट दिया
इसके बाद पिता सेधाभाई पटेल और चाचा शिवरामभाई पटेल ने हत्या की साजिश रची। रात में चंद्रिका को नींद की गोलियां देकर दुपट्टे से गला घोंट दिया और सबूत मिटाने के लिए गांव के श्मशान में उसका रातों-रात अंतिम संस्कार कर दिया। चंद्रिका के संदेश के आधार पर हरेश चौधरी ने हाई कोर्ट में हैबियस कॉर्पस याचिका दायर की। हाई कोर्ट ने पुलिस को चंद्रिका को पेश करने का आदेश दिया, जिसके बाद जांच में हत्या का खुलासा हुआ। पूछताछ में चाचा ने पिता के साथ मिलकर हत्या करने की बात कबूल की।
आरोपी चाचा गिरफ्तार
बनासकांठा के एसपी अक्षयराज मकवाणा ने बताया कि आरोपी चाचा गिरफ्तार है और फरार पिता की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। महत्वपूर्ण यह है कि हरेश चौधरी पहले से विवाहित है और उसकी एक बेटी भी है, हालांकि पत्नी लंबे समय से उसके साथ नहीं रहती। हरेश के खिलाफ कच्छ में निषेध कानून के उल्लंघन का मामला भी दर्ज है। इस मामले में वह कैमरे के सामने कुछ भी कहने को तैयार नहीं है, उसका कहना है कि आरोपी अभी वांटेड हैं और कोई भी बयान जांच को प्रभावित कर सकता है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, कोर्ट में उसका बयान लिया गया है और सच्चाई आगे सामने आएगी।

