दैनिक उजाला डेस्क, नूंह : हरियाणा के नूंह में शोभायात्रा पर दूसरे गुट द्वारा पथराव के बाद भड़की हिंसा में पांच लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 50 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। दंगाईयों की भीड़ ने 100 से अधिक गाड़ियों को फूंक दिया। शोभायात्रा के दौरान हुई इस हिंसा ने लाखों लोगों को खौफ में ला दिया है। पूर्व नियोजित यात्रा पर हुए हमले और इसके बाद हिंसा को काबू करने में असफल रहने के कारण खट्टर सरकार और वहां की पुलिस दोनों सवालों के घेरे में है। लेकिन इसी बीच एक ऐसी अफसर भी हैं, जो इस उन्माद ने आशा की किरण बनकर उभरी। कारण है कि इन्होनें एक शिव मंदिर में फंसे 2500 से अधिक लोगों को दंगाइयों से बचाया। उनके इस कारनामे पर हरियाणा सरकार ने भी उनकी तारीफ की है।प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने उन्हें दिलेर बताया।
मेवात के नल्लहड़ में भगवन शिव का प्राचीन मंदिर है। जो शोभायात्रा निकली गई थी उसे पहाड़ी से घिरे इस मंदिर में ही पहुंचनी थी। शोभायात्रा की समाप्ति को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग मंदिर परिसर के अंदर मौजूद थे, इनमें ज्यादा संख्या महिलाओं और बच्चों की थी। ये सारे लोग यात्रा के यहां पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन इस बीच एक गुट ने शोभायात्रा पर पथराव शुरू कर दिया। देखते ही देखते मामला बिगड़ता चला गया।
इसीलिए प्रशासन ने सैकड़ों लोगों को यहां रोककर रखा।क्योंकि यदि लोग उस समय मंदिर से बाहर निकलते तो दंगाइयों का शिकार बन सकते थे। मंदिर से आधे किलोमीटर की दूरी पर दंगाईयों ने सैकड़ों गाड़ियों को आग के हवाल कर दिया गया। दूसरे समुदाय के लोग को देखकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा था।
इस बीच हरियाणा सरकार के गृहमंत्री अनिल विज और पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई की मंदिर में बड़ी संख्या में लोग फंसे है, दंगाईयों की भीड़ कभी भी वहां हमला बोल सकती है। इसके बाद लोगों को मंदिर से सुरक्षित निकालने का मिशन शुरू किया गया और ADGP ममता सिंह की अगुआई में सैकड़ों महिलाओं,बच्चों और पुरुषों को वहां से सुरक्षित निकाला गया।
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा जब मंदिर में बहुत बड़ी संख्या में लोगों को बंदी बना लिया गया। वहां से निकलना बहुत मुश्किल था। अंदर से जिम्मेदार लोगों ने मुझे गूगल लोकेशन भेजी। मैंने प्रशासन को कहा तो ममता सिंह ने बड़ी दिलेरी के साथ पुलिस फोर्स को लीड किया।