• जीएलए के प्रबंधन संकाय में आयोजित हुई एचआर काॅन्क्लेव में काॅरपोरेट जगत के दिग्गजों ने की मानव संसाधन के बदलते परिप्रेक्ष्य पर चर्चा

मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के प्रबंधन संकाय में 13वें एचआर काॅन्क्लेव का आयोजन हुआ। सस्टेनेबल वर्क एंड एम्प्लॉयमेंट इन दी एरा ऑफ इंडस्ट्री 4.0 थीम पर आयोजित काॅन्क्लेव में 80 से अधिक दिग्गज कंपनियों के एचआर, वाइस प्रेसीडेंट, सीएचआरओ, निदेशक, मैनेजर सहित कई स्टार्टअप कंपनियों के संस्थापक षामिल हुए। इस दौरान काॅरपोरेट जगत के दिग्गजों ने काॅरपोरेट सेक्टर से जुड़ी चुनौतियों और आगे मिलने वाले अवसरों पर विस्तार से चर्चा की।
काॅन्क्लेव के शुभारम्भ पर मुख्य अतिथि तथा डीसीएम श्रीराम केमिकल्स बिजनेस की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी साक्षी आनंद ने कहा कि जिस प्रकार कोरोना के दौर में काॅरपोरेट जगत में काफी चुनौतियां खड़ी हो गईं। अब काॅरपोरेट जगत चुनौतियों को मात देने में लगा हुआ है और पिछले वर्ष से अब तक भारत की अर्थव्यवस्था भी मजबूत हुई है। इसके साथ ही इंजीनियरिंग से लेकर प्रबंधन के छात्रों को दिग्गज कंपनियों में रोजगार के काफी अवसर मिल रहे हैं, चाहे वह छात्र किसी भी स्पेसलाइजेशन से क्यों न हो। उन्होंने छात्र-छात्राओं के लिए रोजगार के अवसरों पर बोलते हुए कहा कि छात्रों के लिए दिग्गज कंपनियों में रोजगार की कोई कमी नहीं हैं। पिछले वर्श से अब तक रोजगार के तमाम अवसर मुहैया हुए हैं। उन्होंने बेहतर शिक्षा पर बोलते हुए कहा कि कंपनियों द्वारा मिल रहे अवसरों को पाने के लिए छात्रों को कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। सफलता हासिल करने के लिए छात्र जो भी पढ़ें उसे अपने जीवन में जीवन तक उतार लें और हमेशां पढ़ते रहें। आज के समय में हम सभी को वर्तमान टेक्नोलाॅजी से आगे चलने की जरूरत है।

HR Conclave

विशिष्ठ अतिथि एवं जेके ऑर्गनाइज़ेशन के सीएचआरओ प्रेम सिंह ने उद्यमिता जोर देते हुए कहा कि छात्रों को रोजगार के अवसर तलाषने के बजाय रोजगार देने के अवसर तलाशने चाहिए। उन्होंने कहा कि आज का दौर कॉम्पटीशन का है। इसलिए हमें नए-नए गुर सीखने की जरूरत है, जिससे की जीवन की आपाधापी में कहीं हम पिछड़ न जायें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र चाहें कोई भी, लेकिन जिस क्षेत्र से आप जुडे हुए और लगन से मेहनत कर रहे हैं, उसमें अवश्य ही उत्कृष्टता हासिल होगी।
विशिष्ठ अतिथि एवं सोमानी सिरामिक के वाइस प्रेसीडेंट एचआर बिजु सेबेसटिअन ने अपने संवाद में कहा कि दिन-प्रतिदिन मानव टेक्नोलाॅजी का गुलाम होता जा रहा है। क्योंकि टेक्नोलाॅजी का कार्य किसी भी कार्य को आसान बनाना है, न कि लोगों को आलसी बनाना। आगे उन्होंने छात्रों को अपने साॅफ्ट स्किल के गुर पैदा करने के लिए जागरूक किया।
दी जज ग्रुप की लीड एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर शयंतनी सेन ने कहा कि मानव संसाधन अधिकारियों के लिए यह बेहद आवश्यक है कि वे सभी कर्मचारियों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करें और उनकी क्षमताओं को पहचानते हुए इसका भान कर्मचारियों को भी करायें, जिससे उनकी प्रतिभा को निखारा जा सके एवं सही उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। होरिबा इंडिया के प्रेसीडेंट राजीव गौतम ने कहा कि आज के समय में मानव संसाधन का क्षेत्र विस्तृत हो चुका है एवं समयानुसार हो रहे बदलावों व चुनौतियों को समाहित करते हुए केवल कर्मचारियों के चयन व वेतन तक ही सीमित नहीं हैं। बदलते परिवेश में संस्थान से कर्मचारियों की बदलती अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए समुचित रणनितियों का निर्धारण करना बेहद आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि बेहद जरूरी है कि कर्मचारियों की क्षमताओं को सही ढंग से पहचानते हुए उन्हें विकसित करने पर ध्यान दिया जाय।
जीएलए के कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने छात्रों से अपनी संवाद षैली को बेहतर करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अपनी संवाद शैली के साथ माइंड सेट को बदलने पर ध्यान दें। प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह ने कहा कि जो रोजगार अभी उपलब्ध हैं, वह शायद भविष्य में न हों। इसलिए हमें अपने आपको इस तरह तैयार करना है कि हम वैश्विक प्रतिस्पर्धा में न पिछड़ जायें। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय इस ओर काफी तेज गति से कार्य कर रहा है और छात्रों को इस गति के साथ सामंजस्य बिठाने की सलाह भी दी। अंत में उन्होंने प्रबंधन संकाय की टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि शिक्षक और छात्रों के सहयोग से एचआर काॅन्क्लेव कार्यक्रम काफी बेहतर तरीके से आयोजित हुआ। इसके लिए उन्होंने खासकर जीएलए के सीईओ नीरज अग्रवाल एवं सीएफओ विवेक अग्रवाल को धन्यवाद दिया।
द्वितीय सत्र में मुख्य अतिथि साउथ एशिया एंड ग्लोबल सपोर्ट सेन्टर इंडिया, सीसीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर मुनिन्दर के आनंद, विशिष्ट अतिथि किओन इंडिया के डायरेक्टर एचआर एंड इंडस्ट्रियल रिलेशन रमेश नरवडे एवं किनबॉक्स टेक्नोलाॅजीज के सीईओ राजेश त्रिपाठी ने भी रोजगार के अवसरों पर चर्चा की।
काॅन्क्लेव के अंत में जीएलए के कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने डीसीएम श्रीराम केमिकल्स बिजनेस की मुख्य मानव संसाधन अधिकारी साक्षी आनंद को एवं प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह ने विशिष्ट अतिथि एवं जेके ऑर्गनाइज़ेशन के सीएचआरओ प्रेम सिंह को स्मृति चिन्ह् भेंट किया। इसके बाद सभी अतिथि और आयोजकों का धन्यवाद ज्ञापन डीन कंसल्टेंसी एवं प्रबंधन स्नातक विभागाध्यक्ष प्रो. सोमेश धमीजा, प्रबंधन संकाय पीजी विभागाध्यक्ष डाॅ. उत्कल खंडेलवाल ने किया।
इसके साथ ही डाइकिन एयर कंडीशनर के निदेशक जिरारड डिमेलो, सुगल एंड दामिनी के ग्रुप सीएचआरओ राकेश अरोरा, इमरशन ऑटोमेशन सोल्युशन के सुप्रिया शर्मा, होवर रोबोटिक्स के सीईओ मुनीश जिंदल, मारूति सुजुकी के ट्रेनिंग हेड मशर्रत हुसैन, क्रोफार्मस के वाइस प्रेसीडेंट एचआर संदीप, ट्रिनिटी लाइफ सांइसेस के डायरेक्टर एचआर दिगवांता चक्रवर्ती, जेमिनी सोल्युशन के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट प्रषांत चैधरी, हीरो मोटो काॅर्प एचआर धर्म रक्षित, एमएमटीसी पीएएमपी की सीएचआरओ रूचि शर्मा, प्रोसटेरिटी कंसल्टिंग की रायजदा बाली, ह्यूमेनिटिक्स डाईमॉनसन्स साॅफ्टवेयर के सीएचआरओ ललित मिश्रा, टाइम्स प्रो के ब्रिलियन एसके, टेरापे के विनय त्रिवेदी, श्रीराम बीओसीड के रंगनाथ आईवीएस, जुबिलेंट बायोसिस के प्रितेश भाटिया, वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज के सबनिश शर्मा, जेआईसी की मोनिका शौर्या, शेपर्स की गुंजन सिंह, वॉकर डिजिटल की मीनाक्षी खैरा, मैकवर बीके समूह की उरोज फातिमा, चाइम्स ग्रुप की शिल्पिका रहया, वर्सा नेटवर्क्स की जरना त्रिवेदी, दीजिवर्सल कंसल्टेंट्स की किरन सिड, सक्सेस पैक्ट की माधवी सेंगर, पूर्णिमा बोरा, एयू स्माल फाइनेंस बैंक के सचिन शर्मा, यामाहा मोटर्स के वीरभरत, क्यूथ्री टेक्नोलॉजीज के राजीव बिश्वास, फोर्टम इंडिया के वरिंदर सिंह, कैपिटल वन के परमवीर सिंह नारंग, फिटेलो के जितेंद्र पनिहार, सिटको ग्रुप सर्विसेज के प्रसाद कुलकर्णी, क्रेडलवाइस के आशीष बांका, इंटेरार्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स के सुजीत कुमार आदि समेत कई प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उच्च पदस्थ अधिकारी बतौर अतिथि एवं वक्ता उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *