- मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों में भयंकर सर्दी को लेकर कोल्ड डे घोषित किया है
नई दिल्ली : नए साल की शुरुआत के साथ ही सर्दी ने भी अपना असर दिखाना शुरु कर दिया है। पिछले 20 दिनों से पड़ रही कड़ाके की सर्दी का अब घने कोहरे के साथ लोगों के लिए हालात और मुश्किल कर रही है। लेकिन अभी ये कुछ नहीं है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मध्य भारत के कुछ हिस्सों में 5 से 11 जनवरी के बीच तापमान में भयंकर गिरावट होने और शीतलहर संभावना जताई है। IMD ने 5 से 11 जनवरी तक तापमान में गिरावट की भविष्यवाणी की है, जिससे की उत्तर भारत के कई राज्यों में गंभीर शीत लहर की स्थिति पैदा होने की संभावना है। वहीं, मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान कई राज्यों में मध्यम से भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
IMD के पूर्वानुमानों में उत्तर-पश्चिम और पूर्वी भारत के कुछ मैदानी इलाकों में घना से लेकर बहुत घना कोहरा शामिल है। वहीं उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान के इलाकों में कोल्ड-डे से लेकर गंभीर कोल्ड-डे की घोषणा की गई है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में लक्षद्वीप में भारी बारिश और तेज हवाओं (40-50 किमी प्रति घंटे तक) की भविष्यवाणी की है, मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों में भयंकर सर्दी को लेकर कोल्ड डे घोषित किया है। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र में ठंडे दिन की स्थिति बनेगी। वहीं, IMD ने पूर्वी और पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर के अलावा लद्दाख में जनवरी माह में बारिश के सामान्य से अधिक होने की संभावना भी जताई गई है।
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड और राजस्थान के कुछ स्थानों पर घना से बहुत घना कोहरा छा सकता है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छा सकता है। पंजाब के कई हिस्सों में कोल्ड डे से लेकर सीवियर कोल्ड डे की स्थिति संभव है।
मौसम विभाग की तरफ से जारी बुलेटिन के मुताबिक, पश्चिमी राजस्थान और उत्तरी हरियाणा के अंदर साइक्लोनिक सरकुलेशन का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं, एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्र में भी बना हुआ है। इस कारण से छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भयंकर बारिश हो सकती है। बारिश होने के चलते लोगों को ठंड से राहत जरुर मिलेगी, लेकिन बाद में गलन बढ़ने के चलते जमा देने वाली सर्दी देखने को मिल सकती है।