दैनिक उजाला, पंजाब डेस्क : पंजाब पुलिस ने एक साल से अधिक समय से डेरा डाले किसानों को शंभू और खनौरी सीमा पर स्थित धरना स्थलों से हटा दिया है। इससे पहले पुलिस ने किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित कई किसान नेताओं को केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद लौटते समय मोहाली में हिरासत में ले लिया था।

हरपाल सिंह चीमा ने कार्रवाई को उचित ठहराया

किसान नेता गुरमनीत सिंह मंगत ने बताया कि पंधेर और डल्लेवाल के साथ अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटरा और मंजीत सिंह राय को हिरासत में लिया गया है। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने किसानों को प्रदर्शन स्थलों से हटाए जाने को उचित ठहराते हुए कहा कि राज्य के लिए जीवनरेखा सरीखे दोनों राजमार्गों के लंबे समय तक बंद रहने से उद्योग और कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

राकेश टिकैत ने पंजाब सरकार की निंदा की

किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पंजाब सरकार की कार्रवाई की निंदा की है। टिकैत ने एक्स पर पोस्ट किया, “पंजाब की सीमा पर चल रहे आंदोलन में एक तरफ सरकार किसान संगठनों से बातचीत कर रही है और दूसरी तरफ उन्हें गिरफ्तार कर रही है। हम पंजाब सरकार की कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं और सभी किसान संगठन हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।”

ये खराब हुआ- टीएमसी सांसद सौगत रॉय

पंजाब में किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने पर टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा, “मैं किसान नेताओं की गिरफ्तारी का विरोध करता हूं, आलोचना करता हूं। कल तीन घंटे की बातचीत हुई और उसके बाद किसानों को जबरन हटाना और किसान नेताओं को गिरफ्तार करना आलोचना के लायक है। ये खराब हुआ।”

आप सरकार ने दिया धोखा- अमरिंदर सिंह राजा वडिंग

पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भी घटना की निंदा की। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘केंद्र की भाजपा सरकार और पंजाब की ‘आप’ सरकार दोनों ने किसानों को धोखा दिया है और उनकी पीठ में छुरा घोंपा है। 

यह कार्रवाई कायराना- कांग्रेस

कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने किसान संगठनों के नेताओं के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे राज्य सरकार का ‘‘कायराना कृत्य’’ बताया। 

पंजाब की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच रहा था- वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा

शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाए गए प्रदर्शनकारी किसानों पर पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा- “सड़कें खोल दी गई हैं। किसानों का यह विरोध पंजाब की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा था। आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ खड़ी है और उनसे अनुरोध करती है कि वे राजमार्गों को अवरुद्ध न करें, जो राज्य के लिए जीवन रेखा हैं। उन्हें (किसान नेता जगजीत डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर) एहतियातन हिरासत में लिया गया है।”

भाजपा और AAP किसान विरोधी- कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “कल रात जब किसान गहरी नींद में सो रहे थे, तब 3000-4000 हथियारबंद पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग कर उन्हें (हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर से) हटा दिया और भूख हड़ताल पर बैठे बुजुर्ग डल्लेवाल को भी नहीं बख्शा। भाजपा और AAP दोनों ही किसान विरोधी हैं… यह दोनों के लिए आत्मघाती कदम था क्योंकि अब वे पंजाब में डूब जाएंगे।” 

हरियाणा ने भी हटानी शुरू की बैरिकेडिंग

हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों ने शंभू बॉर्डर से प्रदर्शनकारी किसानों को हटाए जाने के बाद गुरुवार सुबह सीमेंट के वे बैरिकेड्स हटाने शुरू कर दिए जो पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए लगाए गए थे। करीब एक साल से बंद पड़े शंभू-अंबाला मार्ग से कंक्रीट के अवरोधक जेसीबी मशीनों की मदद से हटाए जा रहे हैं।

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