दैनिक उजाला, बिज़नेस डेस्क : चुनाव आयोग ने गुरुवार को एसबीआई द्वारा दिया डाटा सार्वजनिक कर दिया। इस डाटा से साफ हो गया है कि किस दानदाता ने किस राजनीतिक पार्टी को कितना चंदा दिया। डाटा से पता चला है कि इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले कुल चंदे में से आधा चंदा सिर्फ भाजपा को मिला है। वहीं भाजपा को सबसे ज्यादा चंदा मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा दिया गया है। इस कंपनी ने ही भाजपा को करीब 600 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।
मेघा इंजीनियरिंग कंपनी की ही सहयोगी कंपनी वेस्टर्न यूपी पावर ट्रांसमिशन ने कांग्रेस को भी 110 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। मेघा इंजीनियरिंग के अलावा भाजपा को क्विक सप्लाई चेन कंपनी से 375 करोड़ रुपये, खनन और खनिज कंपनी वेदांता लिमिटेड ने 230 करोड़ रुपये और भारतीय एयरटेल ने 183 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। कांग्रेस की सबसे बड़ी दानदाता कंपनी वेदांता है, जिसने कांग्रेस को 125 करोड़ रुपये का चंदा दिया। इसके अलावा एमकेजे एंटरप्राइजेज नामक कंपनी ने कांग्रेस को 120 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।
चुनाव आयोग द्वारा सार्वजनिक किए गए डाटा के अनुसार, भाजपा को नौ अन्य कंपनियों ने 100-100 करोड़ रुपये से ज्यादा का चंदा दिया है। कांग्रेस को 11 कंपनियों ने 50 करोड़ से लेकर 100 करोड़ रुपये तक का चंदा दिया है। भाजपा और कांग्रेस के बाद सबसे ज्यादा चंदा तृणमूल कांग्रेस पार्टी को मिला है। टीएमसी को जिस कंपनी ने सबसे बड़ा चंदा दिया है, वो है फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज। सैंटियागो मार्टिन के स्वामित्व वाली कंपनी ने ही इलेक्टोरल बॉन्ड्स योजना के तहत राजनीतिक पार्टियों को सबसे बड़ा चंदा दिया है। फ्यूचर गेमिंग ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स के जरिए विभिन्न राजनीतिक पार्टियों को 1300 करोड़ रुपये से ज्यादा का चंदा दिया। इस एक कंपनी ने टीएमसी को 542 करोड़ रुपये का चंदा दिया। हल्दिया एनर्जी ने टीएमसी को 28 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।
मेघा इंजीनियरिंग ने भाजपा को करीब 600 करोड़ रुपये का चंदा देने के अलावा बीआरएस को 195 करोड़ रुपये, डीएमके को 85 करोड़ रुपये का चंदा भी दिया है। भाजपा को वेदांता, भारती एयरटेल, मुथूट, बजाज ऑटो, जिंदल ग्रुप और टीवीएस मोटर ने भी दिल खोलकर चंदा दिया। वेदांता ग्रुप ने कांग्रेस, बीजू जनता दल और तृणमूल कांग्रेस को चंदा दिया। भारती एयरटेल ने भाजपा, राजद, शिअद, कांग्रेस और जनता दल यूनाइटे को चंदा दिया है।