नई दिल्ली : जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में गोलीबारी के आरोपी और RPF कांस्टेबल चेतन सिंह को रेलवे ने सर्विस से बर्खास्त कर दिया है। चेतन पर आरोप है कि उसने चलती ट्रेन में अपने सीनियर टीकाराम मीणा सहित 3 अन्य यात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस गोलीबारी में मरने वाले रेलवे कर्मचारी टीकाराम मीणा के अलावा मृतकों की पहचान पालघर से ताल्लुक रखने वाले अब्दुल कादरभाई मोहम्मद हुसैन भानपुरवाला (58), बिहार के मधुबनी के असगर अब्बास शेख (48) और सैयद एस. (43) के रूप में हुई थी। इस वक्त आरोपी चेतन सिंह न्यायिक हिरासत में है।
यह पहला मौका नहीं है जबी आरोपी कांस्टेबल चेतन सिंह चौधरी पर ऐसे आरोप लगे हो। पहले भी तीन बार उनपर नफरत मामले में केस हो चुका है। इसमें RPF पोस्ट पर एक मुस्लिम व्यक्ति से कथित उत्पीड़न से जुड़ा मामला भी शामिल है। लेकिन इस केस के बारे में जब रेलवे के सीनियर अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने जांच का हवाला देते हुए कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। यह मामला 2017 में हुआ था तब चेतन RPF डॉग स्क्वाड में शामिल था।
जब चेतन के खिलाफ जांच हो रही थी तब पता चला कि साल 2011 की में भी इसने हरियाणा के जगाधरी में तैनाती के दौरान एक सहकर्मी के एटीएम कार्ड से कथित तौर पर 25,000 रुपये निकाल लिया था, जिसकी जांच भी की गई थी।
इसके बाद गुजरात के भावनगर में अपनी पोस्टिंग के दौरान उसका एक साथी के साथ मारपीट करने का मामला भी सामने आया था। जिसके बाद विभागीय जांच कमिटी बैठी और जांच के बाद चौधरी को दूसरी यूनिट में ट्रांसफर कर दिया गया था।