नई दिल्ली : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के टैंक जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के रिक्रूटर हबीबुल्लाह की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना भी उन हत्याओं की लिस्ट में शामिल हो गई है, जिसमें हाल के महीने में पाकिस्तान में 20 से अधिक हाई-प्रोफाइल आतंकवादियों को मारा गया है। बता दें कि हबीबुल्लाह लश्कर-ए-तैयबा के लिए युवाओं को भर्ती करने और प्रशिक्षण देने और उन्हें भारत में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए सीमा पार भेजने के लिए जिम्मेदार था।
सूत्रों के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा के टैंक जिले में रविवार शाम अज्ञात बंदूकधारियों ने कुख्यात आतंकवादी और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के रिक्रूटर हबीबुल्लाह पर गोलियों से भून डाला। बता दें कि ये हत्या लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के करीबी सहयोगी अदनान अहमद की हत्या के बाद हुई है, जिसे कुछ हफ्ते पहले कराची शहर में इसी तरह मार दिया गया था।
यह एक सप्ताह में दूसरी बार है जब पाकिस्ता टैंक जिले ने सुर्खियां बटोरी हैं। बता दें कि इससे पहले 15 दिसंबर को आतंकवादियों ने एक पुलिस मुख्यालय और एक चौकी को अपना निशाना बनाया था, यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के टैंक जिले में पुलिस लाइन पर हुआ था, जिसमें तीन पुलिसकर्मियों की जान चली गई और तीन अन्य घायल हो गए। वहीं, जवाबी कार्रवाई में चार आतंकवादी मार गिराए गए थे। वहीं, एक आतंकवादी ने मुख्य प्रवेश द्वार पर खुद को विस्फोट से उड़ा लिया, जबकि अन्य ने परिसर पर धावा बोल दिया। हमले की जिम्मेदारी एक नए आतंकवादी समूह अंसारुल जिहाद ने ली थी।
पाकिस्तान में हो रही टारगेटे किलिंग पर भारत के विदेश मंत्रालय (एमईए) ने किसी भी तरह की टिप्पणी करने से किया इंकार कर दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “जो लोग भारत में आपराधिक और आतंकवादी गतिविधियों के लिए न्याय का सामना करना चाहते हैं, हम चाहेंगे कि वे भारत आएं और हमारी कानूनी प्रणाली का सामना करें, लेकिन मैं पाकिस्तान में हो रहे विकास पर टिप्पणी नहीं कर सकता।”