शिमला : हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद विवाद जल्द सुलझ सकता है। मस्जिद कमेटी ने गुरुवार (12 सितंबर) को मस्जिद का अवैध निर्माण तोड़ने की पेशकश की। इसके लिए उन्होंने शिमला नगर निगम कमिश्नर भूपेंद्र अत्री से मुलाकात की।

कमिश्नर ने बताया कि मस्जिद कमेटी ने खुद कहा कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता तब तक मस्जिद की 3 अवैध मंजिल को सील किया जाए। कमेटी इसके लिए तैयार है।

संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर पिछले 13 दिनों से विरोध-प्रदर्शन जारी है। पिछले दिनों हुए लाठीचार्ज के विरोध में व्यापार मंडल ने गुरुवार को शहर की सभी दुकानें बंद रखी हैं।

इस दौरान शिमला के व्यापारियों ने शेर-ए-पंजाब से DC ऑफिस तक रोष रैली निकाली और SP को बर्खास्त करने की मांग की।

व्यापारियों ने शिमला के शेरे-ए-पंजाब में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया।

व्यापारियों ने शिमला के शेरे-ए-पंजाब में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन किया।

संजौली में जिस जगह कल लाठीचार्ज हुआ, वहां व्यापारियों ने दोपहर एक बजे तक दुकानें बंद रखीं।

संजौली में जिस जगह कल लाठीचार्ज हुआ, वहां व्यापारियों ने दोपहर एक बजे तक दुकानें बंद रखीं।

विवादित संजौली मस्जिद 1947 में बनी थी, तीन मंजिल पर आपत्ति संजौली में मस्जिद 1947 से पहले बनी थी। 2010 में इसकी पक्की इमारत बननी शुरू हुई तो नगर निगम में शिकायत की गई थी। अब मस्जिद 5 मंजिला है। नगर निगम 35 बार अवैध निर्माण तोड़ने का नोटिस दे चुका है।

लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, जिससे नमाज पढ़ने में दिक्कत आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा इकट्ठा किया और मस्जिद निर्माण शुरू किया। जमीन वक्फ बोर्ड की थी। मस्जिद की 2 मंजिल को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है।

ताजा विवाद 31 अगस्त से शुरू हुआ, जब 2 गुटों के बीच मारपीट हुई और 6 मुस्लिम लड़कों ने यशपाल नाम के स्थानीय कारोबारी की पिटाई कर दी। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मस्जिद का अवैध निर्माण गिराने की मांग की। इसके बाद हिंदू संगठन भड़क उठे और मस्जिद तोड़ने की मांग को लेकर बुधवार को तीसरी बार प्रदर्शन किया।

लोगों की मांग- कोर्ट का फैसला आने तक मस्जिद सील करो

आंदोलनकारी विजय कुमार ने बताया कि यदि बुधवार को शांतिपूर्वक आंदोलन की इजाजत दी गई होती तो आज यह विवाद शांत हो सकता था। लेकिन पुलिस ने बर्बरता से महिलाओं और बच्चों को पीटा। उन्होंने दावा कि हमारे 30 से 35 लोग घायल हुए हैं। जनता नाराज है। लोगों के साथ बैठकर अगली रणनीति तय की जाएगी।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोर्ट का फैसला आने तक मस्जिद को सील किया जाए। ऐसा नहीं किया गया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। मस्जिद विवाद में शिमला से सुलगी विरोध की चिंगारी अब पांवटा साहिब और मंडी तक पहुंच चुकी है। इससे माहौल तनावपूर्ण बनता जा रहा है।

संजौली में मस्जिद के नजदीक की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी लायक राम ने बताया कि इन लोगों के पास आधार कार्ड नहीं होते। हमारे लोगों के साथ झगड़ा करते हैं और मस्जिद में छिप जाते हैं कई बार ये लोग लड़कियों से भी छेड़छाड़ करते हैं।

आंदोलन को लीड करने वाले केसी चौहान ने कहा कि ये आंदोलन पूरे प्रदेश में चलेगा। हम मानते हैं कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है, लेकिन हमारी मांग यह है कि जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता तब तक मस्जिद को सील किया जाए और सारी गतिविधियां बंद की जाएं। प्रशासन ने इसे नजर-अंदाज किया।

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