अयोध्या : अयोध्या में राम मंदिर तक जाने वाले रामपथ और भक्तिपथ के किनारे लगी 3800 बैम्बू लाइट और 96 गोबो प्रोजेक्टर लाइट चोरी हो गई। 14 अगस्त को खबर सामने आई तो देशभर में चर्चा हुई। पुलिस जांच में सामने आया कि लाइट चोरी के आरोप निराधार हैं। विकास प्राधिकरण ने जांच के बाद कंपनी के खिलाफ थाना राम जन्मभूमि में धोखाधड़ी सहित अन्य मामले में मुकदमा दर्ज कराया है।
बता दें कि बीते दिनों फर्म यश इंटरप्राइजेज कंपनी की तरफ से शेखर शर्मा ने थाना रामजन्मभूमि में 3800 बैम्बू लाइट और 36 गोबो प्रोजेक्टर लाइट चोरी हो जाने की शिकातय दर्ज कराई थी। उनका आरोप था कि प्राण प्रतिष्ठा के समय उन्होंने राम पथ के पेड़ों पर 6400 बैम्बू और भक्ति पथ पर 96 गोबो प्रोजेक्टर लगाए थे। लेकिन 9 मई को निरीक्षण में पता चला कि इनकी संख्या आधे से भी कम हो गई है। आरोप था कि यहां से 3800 से ज्यादा बंबू लाइट और 36 गाबो लाइट चोरी हुई हैं। इस पर मामले की जांच शुरू की गई. अब पुलिस जांच में सामने आया कि कंपनी की शिकायत निराधार है।
विकास प्राधिकरण ने अब कंपनी के खिलाफ ही धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि कंपनी की तरफ से झूठी शिकायत की गई। टेंडर की शर्तों का उल्लंघन किया गया। प्राधिकरण के अभियंता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
गौरतलब है कि मीडिया में खबर आने के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के भी मामले को गंभीर बताते हुए एक्स पर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। क्योंकि अयोध्या इलाके के हाई सिक्योरिटी जोन में आता है। विकास प्राधिकरण ने तत्काल जांच शुरू की और पता लगा कि आरोप निराधार हैं। कमिश्नर गौरव दयाल ने भी बड़े पैमाने पर लाइटों की चोरी होने को असंभव बताया था। प्राधिकरण के सचिव सत्येंद्र सिंह ने बताया फर्जी भुगतान के लिए यह प्रोपेगेंडा कंपनी द्वारा रचा गया इसलिए इसके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया गया है।