दैनिक उजाला, मथुरा : मथुरा में पूर्व सैनिक की मौत के बाद सैनिकों ने उनकी बेटी का कन्यादान किया। हुआ यूं कि बेटी की शादी से 2 दिन पहले, 5 दिसंबर को पूर्व सूबेदार की हादसे में मौत हो गई। वह 1 महीने पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) लेकर आए थे।

पूर्व फौजी की मौत की सूचना मिलते ही 7 दिसंबर को पंजाब से 20 जाट बटालियन के 5 सैनिक मांट पहुंचे। देखा तो पूर्व सैनिक देवेंद्र सिंह का परिवार पूरी तरह बिखर चुका था।

बेटी भी शादी के लिए तैयार नहीं थी। सैनिकों ने किसी तरह से बेटी को समझाया। शादी का खर्च उठाया और कन्यादान किया। यह देख लोगों की आंखें भर आईं।

सैनिकों के कन्यादान करने की 3 तस्वीरें देखिए…

हाथरस से आई थी बारात, दूल्हा भी फौज में

बारात हाथरस के धानौटी बुर्ज से आई थी। दूल्हा सौरभ भी सेना में है और मणिपुर में तैनात है। उनके पिता हवलदार सत्यवीर भी ज्योति के पिता के साथ सेना में थे। इस समय उनका परिवार मथुरा में रह रहा है।

यह तस्वीर देवेंद्र सिंह की है। वह सेना में सूबेदार थे।

यह तस्वीर देवेंद्र सिंह की है। वह सेना में सूबेदार थे।

बेटी की शादी से दो दिन पहले पिता की हुई मौत

थाना मांट के वकला निवासी देवेंद्र सिंह की बेटी ज्योति की शादी 7 दिसंबर को होनी थी। घर में खुशी का माहौल था। देवेंद्र शादी की तैयारी में जुटे थे। 5 दिसंबर को मांट-राया मार्ग पर उनकी कार सड़क किनारे खड़ी ईंटों से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली में घुस गई। हादसे में कार सवार देवेंद्र सिंह सहित 2 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद घर में मातम छा गया। मैरिज होम में चल रहीं शादी की तैयारियां थम गईं। पिता की मौत से दुखी बेटी ने शादी से इनकार कर दिया।

बेटी को समझाया और फिर किया कन्यादान

इसी बीच नसीटी निवासी पूर्व सैनिक हवलदार जितेंद्र ने हादसे की सूचना पंजाब के फाजिल्का में तैनात 20 जाट बटालियन के सीओ कर्नल चंद्रकांत शर्मा को दी। सीओ ने बटालियन से सेना के 5 जवानों को मांट भेजा। इनमें सूबेदार सोनवीर सिंह, सूबेदार मुकेश कुमार, हवलदार प्रेमवीर, बिनोद और वेताल सिंह शामिल थे।

जवानों ने पहुंचते ही पूर्व सैनिक के परिवार को संभाला। शादी के लिए बेटी को समझाया। पिता के सपने को पूरा करने की बात कही। इसके बाद बेटी ने शादी के लिए हां कर दिया। यही नहीं, सैनिकों ने शादी की सारी तैयारियां की और पिता का धर्म निभाते हुए बेटी का कन्यादान किया। शादी की सभी रस्में पूर्व सैनिक के चचेरे भाई आकाश के घर में पूरी की गई।

जवानों को ग्रामीणों ने किया सैल्यूट

देवेंद्र सिंह के रिश्तेदार नरेंद्र सिंह ने बताया कि सेना के जवानों ने जिस तरह अपने दोस्त की बेटी का कन्यादान किया, उसे देख हर कोई उनको सैल्यूट करने लगा। सभी के आंखें नम हो गईं।

1 माह पूर्व ही देवेंद्र सिंह ने ली थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति

देवेंद्र सिंह की तैनाती पंजाब के फाजिल्का में थी। वह सूबेदार थे। 1 महीने पहले ही उन्होंने सेना से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। इसके बाद से ही वे शादी की तैयारी में जुटे थे।

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