प्रयागराज : प्रयागराज में मंगलवार रात बंद कमरे में महिला कॉन्स्टेबल प्रिया और सिपाही राजेश वैष्णव की लाश मिली। सिपाही का शव पंखे से लटक रहा था, जबकि कॉन्स्टेबल की लाश बेड पर पड़ी थी। इस मामले को पहले सुसाइड बताया गया। फिर लड़की के गर्दन पर मिले निशान से माना गया कि राजेश ने प्रिया की हत्या की है। फिर सुसाइड कर लिया।

अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में लड़की की मौत का कारण जहर और लड़के का हैंगिंग आया है। यूपी पुलिस के 2019 बैच की प्रिया और 2020 बैच के राजेश वैष्णव के बीच 3 साल से अफ़ेयर था। राजेश पहले से शादीशुदा था पत्नी भी कांस्टेबल है। इस बीच राजेश मन बदल गया। उसका अपनी पत्नी से समझौता हुआ और वह राजेश के साथ रहने लगी। यह बात महिला सिपाही को नागवार गुजरी और यहीं से उनके बीच विवाद शुरू हो गया।

राजेश की पत्नी एक हफ्ते तक प्रयागराज में रही तो बिगड़ा मामला

प्रिया से अफेयर होने के बाद राजेश अपनी सिपाही पत्नी को तलाक देने में लग गया था। तलाक के लिए अर्जी भी पड़ गई थी। वह तलाक लेकर प्रिया से शादी भी कर लेता लेकिन पत्नी नीतू, ससुराल वालों और घरवालों का दवाब आने लगा। मामला मीडिएशन सेंटर में था। समझौते की कोशिश हो रही थी।

पत्नी के घर वालों ने राजेश को कुछ दिन पहले आगरा बुलाया वहां समझौते की बातें हुईं थी। बताते हैं कि इसी के बाद अप्रैल माह में ही राजेश की पत्नी नीतू प्रयागराज आ गई। एक हफ्ते तक वह राजेश के साथ रही।

राजेश ने पत्नी नीतू को शाहगंज थाने में बने क्वार्टर में ठहराया था। पत्नी के साथ राजेश का रहना प्रिया से विवाद का कारण बना। प्रिया को लगने लगा कि अब तलाक नहीं होगा। वह राजेश पर शादी का दवाब बनाने लगी और इसी को लेकर कहासुनी बढ़ने लगी। राजेश का मन भी बदल रहा था वह तालक देने से पीछे हटने लगा था।

3 साल पहले हुई पेशी कार्यालय में मुलाकात

2020 बैच के सिपाही राजेश वैष्णव मूल रूप से मथुरा का रहने वाला है। उसकी पत्नी नीतू 2011 बैच की कांस्टेबल है। नीतू की तैनाती इन दिनों कासगंज में है। राजेश की पोसि्ंटग 2020 से ही प्रयाराज में है। पहले वह सीओ शाहगंज की पेशी तैनात था। बाद एसीपी कोतवाली के यहां अटैच हो गया। प्रिया को 29 फरवरी 2024 को पर्यटन थाने में तैनात किया गया। इससे पहले 3 साल से प्रिया की तैनाती भी पेशी कार्यालय में थी। एसीपी पेशी कार्यालय में तैनाती के दौरान ही राजेश और प्रिया की मुलाकात हुई थी। धीरे-धीरे दोनों जनदीकियां बढ़ने लगीं। पहले प्रिया दूसरी महिला सिपाहियों के साथ लॉज में रहती थी। राजेश से अफेयर होने के बाद उसने अलग मकान ले लिया था।

राजेश ने ही प्रिया को शाहगंज थाना क्षेत्र में मिन्हाजपुर इलाके में मकान दिलवाया था। यह मकान थाने के बहुत करीब था। राजेश और प्रिया को अक्सर पेशी कार्यालय, शाहगंज थाने में साथ देखा जाता था। मिन्हाजपुर में मकान के आसपास रहने वाले बताते हैं कि राजेश और प्रिया अक्सर साथ आते-जाते थे। कभी-कभी वो लोग साथ रहते थे।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट

पोस्मार्टम रिपोर्ट में राजेश की मौत का कारण हैंगिंग है। जबकि प्रिया की मौत के कारण जहरीला पदार्थ आया है। इसके बाद पुलिस की जांच और उलझ गई है। क्योंकि पुलिस यह मानकर चल रही थी कि राजेश ने पहले गला दबाकर प्रिया को मारा, फिर पंखे से झूलकर सुसाइड कर लिया।

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर प्रिया की मौत जहर से हुई तो उसकी गर्दन दबाने की जरूरत क्यों पड़ी। साथ ही अगर लड़ाई-झगडे़ के बाद दोनों ने सुसाइड का फैसला किया तो दोनों ने जहर क्यों नहीं खाया।
जब प्रिया जहर खा रही थी तो राजेश भी जहर खाकर जान दे सकता था। उसे फांसी लगाने की जरूरत क्यों पड़ी। मौत की मिस्ट्री सुसाइड और हत्या में उलझी हुई है।

पड़ोसियों के अनुसार राजेश प्रिया के घर मंगलवार सुबह करीब 11 बजे पहुंचा था। दोपहर में वह 5 मिनट के लिए प्रिया के घर से अपने ऑफिस गया और वापस आ गया।

ये है मामला

प्रयागराज के शाहगंज थाना क्षेत्र में मिनहाजपुर में एक कमरे में महिला और पुरुष सिपाही मृत पड़े मिले। सिपाही राजेश वैष्णव 25 मूल रूप से मथुरा का रहने वाला था और प्रयागराज में शहर कोतवाली एसीपी के कार्यालय में पिछले दो साल से तैनात था।

वहीं महिला सिपाही प्रिया तिवारी 23 संगम पर्यटन थाने में तैनात थी और वह मूल रूप से कानपुर के नौबस्ता की रहने वाली थी। राजेश फांसी के फंदे पर लटका मिला जबकि प्रिया बिस्तर पर मृत पड़ी मिली। मामले में दो तरह की आशंका जताई जा रही है। पहली आशंका यह है कि दोनों ने सुसाइड किया और दूसरी आशंका हत्या के बाद खुदकुशी की भी है।

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