-चंद्र प्रकाश पांडेय
दैनिक उजाला डेस्क : उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते दिनों कई जिलों के जिलाधिकारियों का तबादला कर दिया, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में रहीं दुर्गा शक्ति नागपाल। जी हाँ ये ,वही दुर्गा शक्ति, जिनके नाम से माफिया मुख्तार अंसारी की रातों की नींद उड़ जाती थी। बांदा की डीएम रहते हुए उन्होंने अपने सख्त रवैये से अपराधियों के होश उड़ा दिए थे, और अब उन्हें लखीमपुर खीरी का डीएम बनाया गया है।
जब मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद था, तो दुर्गा शक्ति नागपाल की सख्ती ने उसकी रातों की नींद हराम कर दी थी। मुख्तार की मौत के समय भी बांदा की कमान दुर्गा शक्ति के ही हाथ में थी। उनके साहसिक कदमों के कारण ही उन्हें पिछली सरकार ने निलंबित कर दिया था, लेकिन योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन्हें वापस बहाल कर दिया था। दुर्गा शक्ति नागपाल के सख्त कदमों ने उन्हें जनता की नजर में एक नायक बना दिया है।
दुर्गा शक्ति नागपाल छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले से हैं। 25 जून 1985 को जन्मीं दुर्गा शक्ति ने 2007 में इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। यूपीएससी की तैयारी के दौरान ही उन्होंने ठान लिया था कि उन्हें देश की सेवा में सबसे आगे रहना है। पहले प्रयास में भारतीय राजस्व सेवा और दूसरे प्रयास में 2009 में 20वीं रैंक पाकर IAS बनीं। पंजाब कैडर में उनका चयन हुआ, लेकिन आईएएस अभिषेक सिंह से शादी के बाद उन्होंने यूपी कैडर चुना।
दुर्गा शक्ति नागपाल और अभिषेक सिंह की मुलाकात 2009 में यूपीएससी की तैयारी के दौरान हुई थी। 2012 में शादी के बाद दोनों ने मिलकर जीवन की नई राहें तय कीं। अभिषेक सिंह ने 2023 में IAS पद से इस्तीफा देकर बॉलीवुड का रुख किया। सनी लियोन के साथ एक गाने में नजर आकर उन्होंने खूब सुर्खियां बटोरीं। हाल ही में, उन्होंने IAS की नौकरी में वापस आने के लिए आवेदन किया, लेकिन योगी सरकार ने उनका आवेदन खारिज कर दिया।
लखीमपुर खीरी में नए सफर की शुरुआत
अब लखीमपुर खीरी की डीएम बनने जा रहीं दुर्गा शक्ति नागपाल एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनकी सख्ती और ईमानदारी ने उन्हें जनता का चहेता बना दिया है। लखीमपुर खीरी में उनके आने से जनता को काफी उम्मीदें हैं कि वे यहां भी अपनी सख्ती और ईमानदारी का परिचय देंगी।