दैनिक उजाला डेस्क : हास्य अभिनेता जूनियर महमूद नहीं रहे। बाल कलाकार के रूप में 1960-70 के दशक में मशहूर हुए जूनियर महमूद ने 67 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने बीती गुरुवार की रात आखिरी सांसें ली। जूनियर महमूद के दोस्त सलाम काजी ने उनके निधन की पुष्टि की है।वे कई तरह के कैंसर से जूझ रहे थे। उनका असली नाम नईम सैय्यद था। पिछले कुछ दिनों से उनके बीमारी से जूझने की खबरें आ रही थीं। उन्होंने अपने बचपन के दोस्त सचिन पिलगाउंकर औ जितेंद्र से मिलने की इच्छा जताई थी। जितेंद्र उनसे मिलने मुंबई के टाटा मेमोरिल अस्पताल में गए भी थे जहां उनका इलाज चल रहा था। उन्हें देखकर दोनों की आंखें छलछला उठी।
जूनियर महमूद हास्य अभिनेता महमूद को अपना गुरु मानते थे। जूनियर ने यूं तो कई फिल्मों में हास्य बाल कलाकार के रूप में काम किया लेकिन उनपर फिल्माया गाया गाना हम काले हैं तो क्या हुआ, दिलवाले हैं… ने तो उन्हें दर्शकों के दिलों में सदा के लिए बसा दिया। दरअसल इस गाने को जूनियर महमूद ने रिक्रिएट किया था और यह इतना हिट हुआ था कि खुद राजश्री भी उनके टैलेंट की दीवानी हो गई थीं। जूनियर महमूद ने इस गाने में महमूद की तरह ही लूंगी और बनियान पहन रखी थी और उन्हीं की तरह ठुमके भी लगाए थे। वह जब पर्दे पर आते तो दर्शकों के चेहरों पर खुद ही मुस्कान आ जाती।
जूनियर ने अपनी आखिरी इच्छा यह बताई थी कि लोग उन्हें मरने के बाद अच्छे इंसान के रूप में याद करे। उन्होंने कहा था कि अगर आपके मरने के बाद चार लोग आपको अच्छे इंसान के रूप में याद करे तो समझिए आपका जीवन सफल हो गया। उनकी यादगार फिल्मों में ब्रह्मचारी, कारवां, हाथी मेरे साथी, बॉम्बे टू गोवा, जोहर महमूद इन हांगकांग, बचपन आदि रहीं।
उनकी मौत की खबर पर उनके सबसे करीबी दोस्त सलमान काजी बुरी तरह से टूट गए। जूनियर को 8 दिसंबर 2023 यानी आज 12 बजे मुंबई के जुहू में वहां दफनाया जाएगा जहां उनकी मां को दफनाया गया था। काजी ने बताया कि करीब दो महीने पहले उन्हें समस्या हुई और फिर अचानक से उनका वजन कम होना शुरू हो गया। रिपोर्ट आने पर पता चला कि उन्हें फेफड़े और लीवर का कैंसर था। उनके पेट में ट्यूमर भी था। उन्हें पीलिया की भी समस्या थी। एक हास्य अभिनेता का इस तरह दुनिया से जाना उनके दर्शकों को रूला गया।