दैनिक उजाला, बिज़नेस डेस्क : भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चारों तरफ से अच्छी खबरें आ रही हैं। वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी ग्रोथ रेट 8 प्रतिशत से अधिक रहने की उम्मीद है। वहीं मार्च में जीएसटी कलेक्शन 1.78 लाख करोड़ रुपए से अधिक रहा, जो अब तक का दूसरा सबसे बड़ा कलेक्शन है। इससे पहले अप्रेल, 2023 में जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपए रहा था। इससे पूरे वित्त वर्ष 2023-24 कुल जीएसटी संग्रह 20.14 लाख करोड़ रुपए रहो गया, जो पिछले 2022-23 से 12 प्रतिशत अधिक है। यूपीआई ट्रांजैक्शन की संख्या भी 2023-24 में पहली बार 100 अरब के पार 131 अरब तक पहुंच गई। मार्च में 13.44 अरब यूपीआई लेनदेन हुए जिसमें 19.78 लाख करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ। मार्च में वाहनों की बिक्री में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है और मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई भी 59.3 के रेकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान है।
इतना रहा जीएसटी संग्रह
सितंबर 1,62,712
अक्टूबर 1,72,003
नवंबर 1,67,929
दिसंबर 1,64,882
जनवरी 1,74,106
फ़रवरी 1,68,337
मार्च 1,78,484
(राशि करोड़ रुपए में)
रिकॉर्ड यूपीआई लेनदेन
माह राशि
सितम्बर 15.80
अक्टूबर 17.16
नवम्बर 17.40
दिसंबर 18.23
जनवरी 18.41
फरवरी 18.28
मार्च 19.78
(राशि लाख करोड़ रुपए में)
मैन्युफैक्चरिंग में तेजी का उम्मीद
माह पीएमआई
अक्टूबर 55.5
नवंबर 56.0
दिसंबर 54.9
जनवरी 56.5
फरवरी 56.9
मार्च 59.3*
(संभावित पीएमआई, 50 से ऊपर पीएमआई आर्थिक गतिविधियों में तेजी और 50 से कम गिरावट को दर्शाता है।)
देश में इतनी बिकी कारें
कंपनी बिक्री बढ़ोतरी
मारुति सुजुकी 1,87,196 10 प्रतिशत
टाटा मोटर्स 50,297 14 प्रतिशत
हुंडई मोटर 53,001 5 प्रतिशत
महिंद्रा 40,631 13 प्रतिशत
टोयोटा 27,180 25 प्रतिशत
एमजी मोटर्स 4,648 -23 प्रतिशत
(मार्च, 2024 के आंकड़े)