तिरुवनंतपुरम : केरल सरकार ने 11 नवंबर को दो सीनियर IAS अफसरों को सस्पेंड कर दिया। उन पर सर्विस नियमों का पालन नहीं करने और अनुशासन उल्लंघन का आरोप है। एक अधिकारी का नाम के. गोपालकृष्णन और दूसरे का एन. प्रशांत है।
गोपालकृष्णन पर आरोप है कि 30 अक्टूबर को उन्होंने दो वॉट्सऐप ग्रुप बनाए, इनके एडमिन वही थे। मल्लू हिंदू ऑफिसर्स नाम के ग्रुप में हिंदू अफसरों को जोड़ा गया और मल्लू मुस्लिम ऑफिसर्स ग्रुप में मुस्लिम अफसरों को जोड़ा गया था। दोनों ही ग्रुप्स में कई सीनियर अधिकारियों को एड किया गया था।
गोपालकृष्णन के खिलाफ इन ग्रुप में शामिल अफसरों ने ही इस संबंध में सीनियर अधिकारियों से शिकायत की। मामला सामने आने पर गोपालकृष्णन ने अपना फोन हैक होने और धर्म आधारित वॉट्सऐप ग्रुप बनाए जाने की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई।
मामले की इन्वेस्टिगेशन के दौरान पुलिस ने पाया कि गोपालकृष्णन ने जांच के लिए अपना फोन जमा कराने से पहले कई बार फैक्ट्री रीसेट किया था, इस कारण मोबाइल का डेटा डिलीट हो गया। ऐसे में फोन हैक होने का दावा गलत निकला।
के. गोपालकृष्णन 2013 बैच के IAS अधिकारी हैं।
के.गोपालकृष्णन 2013 बैच के IAS अफसर हैं। IAS की परीक्षा पास करने से पहले उन्होंने बी.टेक की डिग्री हासिल की थी। इसके अलावा वे फाइनेंशियल मैनेजमेंट में भी पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके हैं। केरल में वे कई पदों पर रहे हैं। 2019 में तिरुवनंतपुरम के कलेक्टर बने थे। गोपालकृष्णन केंद्र सरकार में संचार और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में सहायक सचिव भी रह चुके हैं।
चीफ सेक्रेटरी की रिपोर्ट पर CM ने सस्पेंड किया
- चीफ सेक्रेटरी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर CM पिनाराई विजयन ने सस्पेंशन ऑर्डर साइन किए। जांच रिपोर्ट में के. गोपालकृष्णन को धर्म आधारित वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर अधिकारियों को बांटने का दोषी पाया गया।
- इसके अलावा कृषि विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी एन. प्रशांत को भी CM ने सस्पेंड किया है। प्रशांत के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपने सीनियर IAS अधिकारी की आलोचना करने के चलते कार्रवाई की गई है।
- एन. प्रशांत ने वित्त विभाग में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ए. जयतिलक के खिलाफ फेसबुक पर पोस्ट किया था। उन्होंने जयतिलक पर अपने खिलाफ मीडिया में बेबुनियाद खबरें फैलाने का आरोप लगाया था।
कलेक्टर ब्रो नाम से फेमस हैं IAS एन. प्रशांत
कलेक्टर ब्रो नाम से फेमस IAS एन प्रशांत, जिन्हें सस्पेंड किया गया है।
एन. प्रशांत 2007 बैच के IAS अधिकारी हैं। 2015 में वे कोझिकोड जिले के IAS बने। इस दौरान सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने लोगों से जुड़ने की पहल शुरू की। यहीं से प्रशांत को कलेक्टर ब्रो नाम मिला।
एक बार अपने सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने लोगों से 14 एकड़ झील को साफ करने के लिए साथ आने की अपील की थी। इस मुहिम में शामिल होने वालों को IAS अधिकारी ने बिरयानी खिलाने का वादा किया था, जिसे उन्होंने पूरा भी किया।
उनके फेसबुक पर 3 लाख से ज्यादा और इंस्टाग्राम पर 50 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। प्रशांत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर ही अपने सीनियर को साइकोपैथ बताया था और कहा था कि वे मेरे खिलाफ बेबुनियाद खबरें फैला रहे हैं।