नई दिल्ली : केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। इसमें 4 गांव बह गए। घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं। अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है। 75 अस्पताल में हैं, जबकि 400 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है। घटना देर रात 2 बजे की है।

रेस्क्यू के लिए SDRF और NDRF की टीम मौके पर मौजूद है। कन्नूर से आर्मी के 225 जवानों को वायनाड के लिए रवाना किया गया है। इसमें मेडिकल टीम भी शामिल है। इसके अलावा एयरफोर्स के 2 हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भेजे गए हैं। हालांकि बारिश की वजह से दोनों हेलिकॉप्टर को कोझिकोड लौटना पड़ा।

5 साल पहले इसी इलाके में लैंडस्लाइड से 17 मौतें हुईं
वायनाड के 4 गांव- मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में लैंडस्लाइड की घटना हुई है। 5 साल पहले 2019 में भी भारी बारिश की वजह से इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी, जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। 5 लोगों का आज तक पता नहीं चला। 52 घर तबाह हुए थे।

मुंडक्कई गांव में सबसे ज्यादा नुकसान, यहां 250 लोग फंसे
वायनाड का मुंडक्कई गांव लैंडस्लाइड की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां रेस्क्यू टीम अब तक नहीं पहुंच सकी है। NDRF की एक टीम पैदल चलते हुए यहां तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। मुंडकाई में करीब 250 लोगों के फंसे होने की खबर है। यहां कई घर बह गए है। यहां 65 परिवार रहते थे। यहीं पास के एक टी एस्टेट के 35 कमर्चारी भी लापता हैं।

वायनाड में आज भी भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने आज भी वायनाड के अलावा कोझिकोड, मल्लपुरम और कसारागोड में रेड अलर्ट जारी किया है। यानी आज भी यहां भारी बारिश होने की संभावना है। इसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ सकती है।

हेल्पलाइन नंबर जारी

केरल मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया है कि हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं और वायुसेना को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा दिया गया है। सीएमओ ने कहा, भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है। हेल्थ डिपार्टमेंट- नेशनल हेल्थ मिशन ने कंट्रोल रूम खोल दिया है और आपातकालीन सहायता के लिए 9656938689 और 8086010833 हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं।

बचावकर्मियों का पहुंचना मुश्किल

केरल के मुख्य सचिव वी. वेणु ने स्थानीय मीडिया को बताया, रात करीब 2 बजे, कम से कम दो से तीन बार भूस्खलन हुआ। इस समय, कुछ प्रभावित इलाके कट गए हैं। यहां बचावकर्मियों का पहुंचना मुश्किल हो रहा है। सभी लोग अलर्ट पर हैं। हम समन्वित तरीके से बचाव कार्य करेंगे। हम अभी भी पता लगा रहे हैं कि कितने लोग फंसे हुए हैं। बचाव कार्य सुनिश्चित करने के लिए लोगों को एयरलिफ्ट करने सहित सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *