नासिक : महाराष्ट्र के नासिक में आर्टिलरी सेंटर में तोप दागने की प्रैक्टिस के दौरान 2 अग्निवीरों की जान चली गई। ये घटना गुरुवार (9 अक्टूबर) की दोपहर में हुई थी। इसकी जानकारी शुक्रवार को सामने आई। अधिकारियों के मुताबिक हादसा गुरुवार दोपहर 12 बजे के करीब देवकाली फील्ड फायरिंग रेंज में हुआ।

उन्होंने बताया कि गोहिल विश्वराज सिंह (20), सैफत शित (21) और अप्पाला स्वामी (20) अपनी टीम के साथ बीपी 2 रेंज में नंबर 4 इंडियन फील्ड गन (तोप) से गोला दागने की प्रैक्टिस कर रहे थे। इसी दौरान एक गोले में ब्लास्ट हुआ। तीनों अग्निवीर दूर जाकर गिरे और उनके शरीर में मेटल के टुकड़े धंस गए।

​​​​घटना में गोहिल और सैफत गंभीर रूप से जख्मी हुए और अप्पाला को भी चोट आई। तीनों को देवकाली कैंप के MH अस्पताल में भर्ती कराया। रात में गोहिल और सैफत की मौत हो गई। घटना को लेकर देवळाली कैंप पुलिस थाने में आकस्मिक मृत्यु का केस दर्ज कराया गया है। अस्पताल में तीसरे अग्निवीर अप्पाला का इलाज जारी है।

NCP बोली- दोनों अग्निवीरों को शहीद का दर्जा मिले NCP नेता सुप्रिया सुले ने x पर लिखा- ये घटना बेहद दुखद है। इन दोनों जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि। रक्षा मंत्रालय को इन दोनों जवानों को शहीद का दर्जा देना चाहिए। साथ ही उनके परिवारों को मुआवजा भी दें।

नासिक का आर्टिलियरी सेंटर सेना के पुराने सेंटरों में से एक है।

नासिक का आर्टिलियरी सेंटर सेना के पुराने सेंटरों में से एक है।

कुछ महीने पहले ही हैदराबाद से नासिक आए थे दोनों ​​​​​​​अधिकारियों ने बताया कि गोहिल विश्वराज गुजरात के राजकोट का रहने वाला था। सैफत पश्चिम बंगाल का रहने था। हैदराबाद में दोनों की भर्ती हुई थी। तोप चलाने की प्रैक्टिस के लिए दोनों कुछ महीने पहले नासिक आए थे। अग्निवीर भर्ती नियम के मुताबिक दोनों अग्निवीरों के परिवारों को पेंशन नहीं मिलेगी, लेकिन दुर्घटना बीमा और सैन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन अधिकारियों ने बताया कि नासिक के देवकाली में आर्मी की कई छावनियां हैं। यहां देश के अलग-अलग राज्यों से जवान तोप प्रशिक्षण के लिए आते हैं। ​​​​​​​आर्टिलरी सेंटर ने इस घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है।

कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू की गई है।​​​​​​​ साथ ही प्रैक्टिस प्रोसेस की फिर से समीक्षा की जाएगी। सेना की सुरक्षा एजेंसियों ने घटनास्थल की जांच की है। हादसे की वजह तलाशी जा रही हैं।

एक हफ्ते पहले मॉक ड्रिल में गई थी अग्निवीर की जान

मृतक अग्निवीर जवान सौरभ पाल। (फाइल फोटो)

मृतक अग्निवीर जवान सौरभ पाल। (फाइल फोटो)

एक हफ्ता पहले 4 अक्टूबर को आग बुझाने की मॉक ड्रिल के दौरान अग्निवीर की मौत हो गई थी। यह हादसा राजस्थान के भरतपुर में हुआ था। अग्निवीर सौरभ आर्मी क्षेत्र 103 एडी बटालियन में तैनात था। ट्रेनिंग कैंप में फायर मॉक ड्रिल के दौरान सौरभ ने सिलेंडर को उल्टा पटका और वह धमाके के साथ फट गया। सिलेंडर के टुकड़े जवान की छाती में लगे। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया।

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