नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के 40 जगहों पर आयोजित रोजगार मेले में 51 हजार युवाओं को जॉइनिंग लेटर बांटे। लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल का यह पहला रोजगार मेला है।
मेले की शुरुआत अक्टूबर 2022 में हुई थी। अब तक 13 मेलों में 8.50 लाख से ज्यादा युवाओं काे नौकरी दी जा चुकी है। इससे पहले आखिरी रोजगार मेला 12 फरवरी 2024 को आयोजित किया गया था, जिसमें 1 लाख से ज्यादा लोगों को जॉइनिंग लेटर बांटा गया था।
PM मोदी ने कहा- इस दौरान पीएम मोदी ने जॉब लेटर पाने वाले युवाओं से कहा कि आप जनता के सेवक हैं शासक नहीं। इसलिए आप गरीबों-पिछड़ों की सेवा कीजिए। क्योंकि अगले 25 सालों में आप ही विकसित भारत बनाएंगे।
देश में नई तकनीक आए, नए फॉरेन इन्वेस्टमेंट आएं, इसके लिए हमने स्कीम लॉन्च की। मेक इन इंडिया अभियान और पीएलआई स्कीम ने मिलकर रोजगार सृजन की गति कई गुना तेज कर दी है। हर सेक्टर के उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है। युवाओं के लिए नए मौके बन रहे हैं।
पीएम ने किया योजनाओं का जिक्र
- लखपति दीदी योजना: हमारी सरकार ने इन महिलाओं में से 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। अब तक करीब 1.25 करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। मतलब उनकी एक साल की आय 1 लाख रुपए से ज्यादा हो गई है। लखपति दीदी योजना ने ग्रामीण महिलाओं को रोजगार और स्व-रोजगार के नए साधन दिए हैं। पिछले 1 दशक में 10 करोड़ महिलाएं SHGs से जुड़ी हैं। मतलब 10 करोड़ महिलाएं स्व-रोजगार के कारण कमाने लगी हैं और सरकार ने इन्हें पूरी तरह सपोर्ट किया है।
- प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना: भारत के युवाओं की क्षमता बढ़ाने के लिए आज स्किल डेवलपमेंट पर फोकस है। हमने् स्किल इंडिया जैसे मिशन शुरू किए हैं। सैकड़ों कौशल विकास सेंटर्स में युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है। एक्सपीरियंस और ऑपर्च्यूनिटी के लिए भटकना ना पड़े इसकी भी व्यवस्था की है। प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत 500 टॉप कंपनियों में पेड इंटर्नशिप की व्यवस्था की गई है। 5 हजार रुपया प्रति माह दिया जाएगा। एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर दिया जाएगा।
- विदेशों से रोजगार से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट: विदेशों में भारतीयों को आसानी से नौकरी मिले, इसके लिए सरकार कदम उठा रही है। जर्मनी ने भारत के लिए स्किल वर्क फोर्स स्ट्रैटजी जारी की है। भारतीय युवाओं को हर साल 90 हजार वीजा देने का फैसला किया है। पहले वीजा 20 हजार को मिलता था। इसका फायदा युवाओं को होगा। 21 देशों के साथ माइग्रेशन और रोजगार से जुड़े समझौते किए हैं। गल्फ के अलावा, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, मॉरेशस, इजरायल जैसे देश शामिल हैं। यूके में काम करने पढ़ाई करने के लिए हर साल 3 हजार लोग वीजा हासिल कर सकते हैं। भारत का टैलेंट भारत की प्रगति ही नहीं, विश्व की प्रगति में हिस्सा बढ़ता जा रहा है।
- खादी ग्रामोद्योग का विकास : पिछले 10 साल नीतियों ने खादी और ग्रामोद्योग की पूरी तस्वीर बदल दी है। इससे जुड़े लोगों के जीवन में भी बदलाव आया है। खादी ग्रामोद्योग हर साल 1.5 लाख करोड़ से अधिक का कारोबार कर रहा है। यूपीए सरकार की तुलना में खादी की बिक्री में 400% की वृद्धि हुई है। इससे साबित होता है कि खादी उद्योग बढ़ रहा है, जिसका लाभ कारीगरों, बुनकरों और व्यापारियों को मिल रहा है।। इससे रोजगार के अवसर और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है।
अक्टूबर 2022 से शुरू हुआ था रोजगार मेला
प्रधानमंत्री ने 22 अक्टूबर 2022 को रोजगार मेले का पहला फेज शुरू किया था। तब PM ने कहा था- हमारा लक्ष्य देश के युवाओं को 2023 के आखिर तक 10 लाख सरकारी नौकरियां देना था। नवंबर 2023 तक कुल 11 रोजगार मेलों में 7 लाख से ज्यादा युवाओं को जॉइनिंग लेटर दिए गए थे। हालांकि, लोकसभा चुनाव से पहले 12 फरवरी 2024 को 12वां रोजगार मेला हुआ था, जिसमें 1 लाख से ज्यादा जॉब लेटर बांटे गए थे।