उत्तरकाशी : उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा टनल में चली रही जिंदगी की “महाभारत” 16 दिन बाद खत्म हो गई। 17 वें दिन सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूर सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए है। इन सभी मजदूरों को प्राथमिक उपचार और मानसिक तनाव के इलाज के लिए सीधे अस्पचाल पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौके पर मौजूद हैं। उधर प्रधानंंत्री कार्यालय इस मामले पर पूरी नजर बनाए हुए है।
मजदूरों के निकलने के बाद वैज्ञानिकों, मजदूरों के परिवारों, प्रशासनिक अधिकारियों सहित इस अभियान में लगे हर शख्स के चेहरे पर अप्रीतम मुस्कान है। सुरंग के पास बनाए गए एक अस्थाई अस्पताल में सबसे पहले मजदूरों को प्राथमिक उपचार दिया गया है। मजदूरों के देख रेख में डॉक्टरों और नर्सों की टीम को तैनात किया गया है।
उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों के बचाव अभियान के अंतिम चरण में पहुंचने की जानकारी जैसी ही खबरों में आई वैसे ही रांची के झारखंड में अनिल बेदिया ने सुंरग में फंसे श्रमिकों में से एक के परिवार के सदस्यों के बीच मिठाइयां बांटी।
सीएम ने अभियान में जुटे सभी लोगों को दी शुभकामनाएं
सिलकयारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे समस्त बचाव दल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा की श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरों की खुशी ही मेरे लिए इगास बग्वाल (दिवाली) है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बचाव दल की तत्परता, टेक्नोलॉजी के सहयोग, सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक बंधुओं की जीवटता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जा रही पल- पल निगरानी और बौखनाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ। मुख्यमंत्री ने जरुरी होने पर श्रमिकों को हर चिकित्सा सुविधा देने के उन्होंने आदेश दिए हैं।

