नवी मुंबई : महाराष्ट्र के नवी मुंबई इलाके से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक छोटे भाई ने अपने 32 वर्षीय बड़े भाई की गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया। चाकू घोंपने के बाद छोटा भाई वहां से फरार हो गया। गर्दन पर चाकू लगने के बावजूद 32 वर्षीय बड़ा भाई खुद ही मोटरसाइकिल से अस्पताल पहुंचा। इस दौरान वह दर्द से काफी तड़प रहा था उसके देखकर अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। डॉक्टरों ने भी तुंरत सर्जरी करके शख्स की जान बचा ली।
पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया, चिकित्सकों के मुताबिक पीड़ित व्यवसायी तेजस पाटिल हमले में बाल-बाल बचे और गनीमत रही कि चाकू उनकी महत्वपूर्ण नसों और धमनियों में नहीं लगा। उन्होंने बताया कि तीन जून को तेजस, सानपाड़ा इलाके के सेक्टर-5 में स्थित अपने घर में सो रहा था, तभी उसके छोटे भाई मोनीश (30) ने कथित तौर पर उसकी गर्दन में चाकू घोंप दिया। अधिकारी ने बताया कि हमले के बाद दर्द और खून बहने के बावजूद तेजस ने अपनी मोटरसाइकिल निकाली और करीब एक किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल पहुंचे।
इन डॉक्टरों की बनी टीम
एमपीसीटी अस्पताल के डॉ. प्रिंस सुराणा ने कहा कि जैसे ही मरीज आया हमने गर्दन, मस्तिष्क और छाती का सीटी स्कैन किया, यह देखने के लिए कि चाकू के ब्लेड ने किस हद तक गर्दन को छेदा था और क्षति पहुंचाई थी। सर्जरी के लिए प्लास्टिक सर्जन, न्यूरोसर्जन, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट और हार्ट सर्जन की एक टीम तुरंत बनाई गई। चाकू को धमनियों और नसों को नुकसान पहुंचाए बिना हटाने पर काम शुरू किया। सर्जरी बहुत जोखिम भरी थी। डॉक्टर्स ने कहा कि जरा सी भी चूक तेजस की स्थायी विकलांगता या मृत्यु का कारण हो सकती थी। डॉक्टर्स ने बताया कि व्यवसायी तेजस पाटिल की गर्दन से जंग लगे चाकू को निकालने और डैमेज हुई ब्लड वेसेल्स को ठीक करने के में चार घंटे लगे।