दैनिक उजाला, बिज़नेस डेस्क : अगर आप नौकरी कर रहे हैं और पैसा नहीं बचा पा रहे हैं तो फिर प्रोविडेंट फंड यानी पीएफ कटवाना ना भूलें। ज्यादातर होता ऐसा है कि कर्मचारी पीएफ कटवाने से बचते हैं ताकि उनकी सैलरी पूरी खाते में हर महीने आ जाए, लेकिन यह बड़ा नुकसान है। पीएफ ही आपकी सेविंग है जो आपके भविष्य में जबरदस्त फायदा दे सकती है।
अगर आपकी सैलरी 15 हजार है तो भी पीएफ को इग्नोर न करें क्योंकि इतनी सैलरी पाने वाले कर्मचारी भी लाखों पैसा बचा सकते हैं। अगर आप पीएफ जल्दी निकाल लेते हैं तो नुकसान होगा। ऐसे में सब्र करें कि पीएफ नौकरी छोड़ने के बाद ही निकालें। आप 40 साल में 86 लाख रूपए पीएफ के जरिए जोड़ सकते हैं।
अगर आपकी 15 हजार सैलरी है तो आपकी बेसिक सैलरी का एक हिस्सा हर महीने पीएफ फंड में जाता है। सरकार इसके ऊपर आपको हर साल ब्याज देती है। इसके लिए 8.15 फीसदी ब्याज तय है। इस हिसाब से अगर हर महीने आपका पीएफ 2351 रूपए कट होता है तो फिर 10 साल में यह 4.34 लाख हो जाएगा। वहीं अगर 20 साल बाद राशि निकालते हैं तो 14.11 लाख मिलेंगे तो वहीं रिटायरमेंट के समय यानी कि 40 साल बाद निकालेंगे तो 86 लाख रूपए से ज्यादा पैसे आपको मिल जाएंगे। हालांकि, इतना पैसा पाने के लिए शर्त यही रहती है कि आप नौकरी के दौरान कभी भी अपना पीएफ ना निकालें।
अगर आप नौकरी बदलते हैं तो पुरानी कंपनी में कटा पीएफ ना निकालें। पीएफ निकालने के बजाय आप पैसा ट्रांसफर कर लें। आप आसानी के साथ एक यूएन के अंदर सभी पीएफ अकाउंट को मिला सकते हैं। आप EPFO के पोर्टल पर अपने UAN नंबर और पासवर्ड से लॉग-इन करें। फिर लॉग इन करने के बाद ऑनलाइन सर्विसेस मे जाएं। वहां पर ’One Member – One EPF Account (Transfer Request)’ पर क्लिक करें। यहां अपनी पर्सनल डिटेल्स और करेंट एम्प्लॉयर के पीएफ अकाउंट को वेरिफाई करें। इसके बाद आप गेट डिटेल्स पर क्लिक करेंगे तो आपके पुराने एम्प्लॉयर्स की लिस्ट खुल जाएगी। यहां पर आप अपने जिस अकाउंट को ट्रांसफर करना चाहते हैं, उस पर क्लिक करें। इसके बाद गेट ओटीपी पर क्लिक करें, आपके रजिस्टर्ड नंबर पर OTP आएगा, उसे एंटर करके सबमिट कर दें।