नई दिल्ली : गुरुवार को विपक्षी गठबंधन INDIA की दो दिवसीय बैठक का पहला दिन है। बैठक के पहले दिन मुंबई पहुंचे कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने अडानी मामले को लेकर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल ने कुछ विदेशी अख़बारों की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि ‘दो बड़े अंतराष्ट्रीय अखबारों ने बड़े सवाल खड़े किए हैं, जिससे देश की छवि की छवि और निवेश पर असर पड़ा है।’ आगे राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाते हुए कहा ‘पीएम मोदी के एक करीबी ने बिलियन डॉलर का इस्तेमाल शेयर के लिए किया। ऐसे में सवाल उठता है कि यह पैसा किसका है? अडानी का या फिर और किसी का? सेबी की जांच हुई, लेकिन अडानी को क्लीन चिट दे दी गई। इससे बहुत साफ है कि कुछ गड़बड़ है। इसकी भी जांच होनी चाहिए है।’
विपक्षी गठबंधन इंडिया की मुंबई में तीसरी बैठक से पहले राहुल गांधी ने कहा, ‘अडानी मामले में संयुक्त संसदीय समिति का गठन किया जाना चाहिए और गहन जांच होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी मौन क्यों हैं, वह इसकी जांच क्यों नहीं होने देते। जी20 बैठक से पहले भारत की प्रतिष्ठा दांव पर, प्रधानमंत्री मोदी को कार्रवाई करनी चाहिए, इस मामले की जांच करानी चाहिए।’
18 से 22 सितंबर को बुलाए गए संसद के विशेष सत्र पर भी बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि शायद यह थोड़ी घबराहट का संकेत है। उसी तरह की घबराहट जो तब हुई थी जब मैंने संसद भवन में बात की थी, घबराहट की वजह से अचानक उन्हें मेरी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। इसलिए, मुझे लगता है कि यह घबराहट की बात है क्योंकि ये मामले पीएम के बहुत करीब हैं। जब भी आप अडानी मामले को छूते हैं, तो पीएम बहुत असहज और घबरा जाते हैं।’