नई दिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम तल के निर्माण के साथ ही भगवान राम अपने भव्य गर्भ गृह में विराजमान हो चुके हैं। भक्त अपने राजा राम के दर्शन के लिए उपहार लेकर आ रहे हैं। कोई उनके लिए छप्पन भोग बनाकर ला रहा है तो कोई उनके लिए मखमली कपड़े लेकर आ रहा है। ऐसे में सूरत मौजूद ग्रीन लैब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश पटेल ने भगवान राम को सोने हीरे और कीमती रत्नों से सजा 6 किलोग्राम वजन का मुकुट भेंट किया है। जिसका मूल्य 11 करोड़ रुपये है।
सूरत के हीरा कारोबारी मुकेश पटेल ने अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में स्थापित रामलला की मूर्ति के लिए उन्होंने एक ‘मुकुट’ दान किया है जिसका मूल्य 11 करोड़ रुपये है। इस मुकुट को नवनिर्मित राम मंदिर में भगवान के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है।
बता दें कि भगवान रामलला की मूर्ति के मुकुट के लिए नाप लेने के लिए कंपनी के दो कर्मचारी दो कर्मचारियों को विशेष विमान से अयोध्या भेजा गया था। कंपनी के कर्मचारी मूर्ति का माप लेकर सूरत आए। इसके बाद मुकुट बनाने का काम शुरू किया गया था। 6 किलो वजन के इस मुकुट में 4 किलो सोना उपयोग हुआ है। इसके उपरांत छोटे-बड़े साइज के डायमंड, माणिक, मोती और नीलम जैसे रत्न जड़े गए हैं। रामलला की मूर्ति को सिर से पैर तक कई आभूषणों से सजाया गया है। हाथों में सोने का धनुष-बाण है तो माथा चांदी और लाल तिलक से सुशोभित है।
सूरत में ग्रीन लैब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश पटेल ने भगवान राम को सोने, हीरे और कीमती रत्नों से सजा 6 किलोग्राम वजन का मुकुट भेंट किया है। बता दें कि मुकेश पटेल परिवार सहित अयोध्या गए और मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों को तैयार किया गया मुकुट भेंट किया। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान राम मंदिर के मुख्य पुजारी और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी चंपत राय को यह मुकुट सौंपा गया। अब इसे भगवान धारण करेंगे।
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय खजांची ने कही ये बात
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय खजांची दिनेश भाई नाव डिया ने बताया कि ग्रीन लैब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश भाई पटेल ने अयोध्या के विश्व प्रसिद्ध नवनिर्मित मंदिर में विराजमान होने वाले भगवान श्री राम के लिए कुछ आभूषण अर्पण करने के लिए सोचा था। इसके अनुसंधान में ग्रीन लैब डायमंड कंपनी के मुकेश पटेल ने अपने परिजनों और कंपनी में परामर्श कर तय किया कि श्री राम के लिए सोना और अन्य आभूषणों से जड़ित मुकुट अर्पण किया जाएगा।