बस्ती : प्रयागराज के आलोक और ज्योति मौर्य (SDM Jyoti Maurya Case) का मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। इस विवाद के बाद ऐसे और भी कई मामले निकल कर सामने आ रहे हैं, जिनमें पतियों ने कर्ज लेकर पत्नी को पढ़ाया, लेकिन नौकरी मिलने के बाद पत्नी ने साथ रहने से मना कर दिया। उत्तर प्रदेश के बस्ती से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां एक पति ने खेत बेचकर अपनी पत्नी को पढ़ाया। पत्नी की मेडिकल लाइन में 2019 में स्टॉफ नर्स नौकरी भी मिल गई। अब पत्नी ने छोटा कद और काला रंग बताकर पति को छोड़ दिया है।
पत्नी की पोस्टिंग श्रावस्ती जिले के संयुक्त चिकित्सालय में बतौर स्टाफ हुई। पति का आरोप है कि नौकरी लगने के बाद अर्चना का हाव भाव बदल गया। मुलाकात के लिए जाने पर अमित कुमार से अर्चना दूरी बनाने लगी। पति ने पत्नी के बदले हाव भाव का पता लगाया। पता चला कि राज पैरामेडिकल नर्सिंग कॉलेज प्रबंधक के भांजे से पत्नी का प्रेम प्रसंग चल रहा है. पत्नी से मिलने श्रावस्ती जाने पर पति को कथित प्रेमी धनंजय मिश्रा मौजूद मिलता।
पति का आरोप है कि धनंजय मिश्रा के उकसावे पर पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करवा दिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद पति कोर्ट कचहरी और थाने का चक्कर काटने को मजबूर है। पति को जान का डर भी सता रहा है। एक बच्ची को लेकर पति अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रहा है। पत्नी की बेवफाई की दास्तान एसपी के सामने पति ने सुनाई है। बस्ती पुलिस ने अमित कुमार को इंसाफ का भरोसा दिलाया है। अब देखना होगा कि बस्ती पुलिस से अमित कुमार को इंसाफ मिलता है या दर-दर की ठोकर। बता दें कि पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य प्रकरण मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है।