नई दिल्ली : पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan) को अब ठंडे बस्ते लगा दिया गया है। तोशाखाना मामले में जेल की सज़ा काट रहे इमरान की पाकिस्तान की राजनीति से भी 5 साल के लिए छुट्टी हो गई है। 5 साल के बाद भी क्या इमरान वापसी कर पाएंगे, कुछ नहीं कहा जा सकता। पर क्रिकेट के मैदान से राजनीति के अखाड़े में उतरने वाले इमरान अब अकेले खिलाडी नहीं होंगे। जल्द ही एक और पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर राजनीति में उतरने के लिए तैयार है।
एक समय था जब अफरीदी क्रिकेट के मैदान पर लंबे-लंबे छक्के लगाते थे। पर अब अफरीदी एक नए अंदाज़ में नज़र आने वाले हैं। जल्द ही अफरीदी पाकिस्तान में राजनीति की बिसात पर खेलते नज़र आएंगे।
यूँ तो अफरीदी की राजनीति में एंट्री की अब तक कोई तय तारीख का ऐलान नहीं किया गया है। पर सूत्रों की माने, तो ऐसा जल्द ही हो सकता है। पाकिस्तान में कार्यवाहक सरकार बन चुकी है और अनवर उल हक़ काकर देश के कार्यवाहक पीएम के तौर पर शपथ भी ले चुके हैं। ऐसे में पाकिस्तान में सियासी गलियारों में चर्चा ज़ोरों पर है कि अफरीदी को पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार के कैबिनेट के लिए 16 लोगों का नाम शॉर्टलिस्ट किया गया है और उनमें अफरीदी का नाम भी शामिल है। अफरीदी को फेडरल मिनिस्टर का पद दिए जाने की अटकलें हैं और ऐसा होने पर उनका काम राज्यों के बीच बेहतर तालमेल बनाना होगा।
भारत (India) और पाकिस्तान के संबंधों में पिछले कुछ सालों से दरार पड़ी हुई है और यह बात किसी से भी छिपी नहीं है। दोनों देशों के बीच अक्सर ही अलग-अलग मुद्दे उठते रहते हैं और अफरीदी उन्हें राजनीतिक एंगल देते हुए भारत के खिलाफ जहर उगलने का कोई मौका नहीं छोड़ते। अब तो जैसे भारत के खिलाफ अलग-अलग मुद्दों पर जहर उगलना अफरीदी की आदत बन गई है। भारत के खिलाफ जहर उगलने की उनकी इस आदत को अक्सर ही राजनीति में टिकट पाने की कोशिश बताया गया और इसमें उन्हें कामयाबी भी मिल गई।